Is Sago And Sabudana Same: शारदीय नवरात्रि (Navratri) जारी हैं. बड़ी संख्या में लोग व्रत में साबूदाना खाना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि साबूदाना किससे बनता है? साबूदाना के नकली और असली होने की पहचान कैसे की जा सकती है? आइए इस बारे में जानते हैं. अगर आप भी साबूदाना खाने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि बाजार में असली और नकली साबूदाना दोनों बिक रहे हैं और दोनों के बीच में पहचान करना कई बार मुश्किल हो जाता है. लेकिन हम आपको ऐसी कुछ ट्रिक्स के बारे में बताएंगे, जिनकी मदद से आप असली और नकली साबूदाने की पहचान आसानी से कर पाएंगे.


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असली-नकली साबूदाने की पहचान कैसे करें?


- असली और नकली साबूदाने की पहचान करने के लिए सबसे सरल तरीका है कि आप साबूदाने को चबाकर देख लीजिए. अगर साबूदाना खाने में किरकिरा लग रहा है तो वो नकली साबूदाना है. असली साबूदाना में स्टार्च मौजूद होता है. अगर साबूदाना दातों में चिपक रहा है तो साबूदाना असली है.


- बता दें कि असली साबूदाना पानी में भिगोने पर फूल जाता है. इसके अलावा वो पानी भी लसलसा हो जाता है जिसमें साबूदाना भिगोया गया था. वहीं नकली साबूदाना काफी देर तक पानी में रहने के बावजूद भी नहीं फूलता है.


- जान लें कि जब आप असली साबूदाने को जलाते हैं तो उसमें से साबूदाने की खुशबू आती है और वह राख नहीं छोड़ता है. वहीं जब नकली साबूदाना जलाया जाता है तो वह राख बन जाता है और उसमें से धुआं निकलता है.


- गौरतलब है कि नकली साबूदाने को व्हाइट एजेंट्स को डालकर चमकदार बनाया जाता है. अगर साबूदाना ज्यादा सफेद और चमकदार हो तो उसे नहीं खरीदें वो नकली हो सकता है.


साबूदाना किससे बनाता है?


बता दें कि भारत में टैपिओका स्टार्च से साबूदाना बनाया जाता है. कसावा नामक कंद का इस्तेमाल टैपिओका स्टार्च के लिए किया जाता है, जो शकरकंद जैसा होता है. जान लें कि साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में होता है. इसमें कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.


(Disclaimer: ये स्टोरी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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