Symptoms of brain stroke: हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है. अगर हमारे आहार में किसी पोषक तत्व की कमी हो जाती है, तो ये ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन सकती है. इसलिए डॉक्टर भी बताता हैं कि हमें एक हेल्दी डाइट का सेवन करना चाहिए, जिसमें प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिन, फाइबर और कार्ब्स से भरपूर मात्रा हो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नॉन-वेज न खाने वाले लोगों में ब्रेन स्ट्रोक की समस्या हो सकती है. ये बात कड़वी लेकिन सच है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत में अधिकांश लोग शाकाहारी हैं, इसलिए उन्हें विटामिन बी12 की कमी होने की संभावना अधिक होती है. विटामिन बी12 की कमी से होमोसिस्टीन का स्तर बढ़ जाता है, जो खून के थक्के बनने में मदद करता है. होमोसिस्टीन का हाई लेवल ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है, इसलिए शाकाहारियों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले अधिक पाए जाते हैं.


ब्रेन स्ट्रोक के दो मुख्य प्रकार हैं:


इस्केमिक स्ट्रोक
यह सबसे आम प्रकार का ब्रेन स्ट्रोक है. यह तब होता है जब खून का थक्का दिमाग की एक धमनी को ब्लॉक कर देता है, जिससे दिमाग के उस हिस्से को खून की आपूर्ति बाधित हो जाती है.


हेमोरेजिक स्ट्रोक
यह तब होता है जब दिमाग की एक धमनी फट जाती है और दिमाग में ब्लीडिंग हो जाती है.


ब्रेन स्ट्रोक के अन्य संभावित कारण
- हाई ब्लड प्रेशर
- धूम्रपान
- डायबिटीज
- दिल की बीमारी
- मोटापा
- पारिवारिक इतिहास
- कुछ दवाएं


ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती संकेत
- चेहरे, हाथ या पैर का अचानक सुन्न होना या कमजोरी, खासकर शरीर के एक तरफ
- अचानक भ्रम, बोलने में परेशानी या भाषण समझने में परेशानी
- एक या दोनों आंखों में देखने में अचानक कठिनाई
- अचानक चलने में परेशानी, चक्कर आना, संतुलन या समन्वय का नुकसान
- बिना किसी ज्ञात कारण के अचानक तेज सिरदर्द


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.