What is CVT: मशहूर हॉलीवुड एक्ट्रेस गल गडोट ने अपनी बीमारी के बारे में खौफनाक सच दुनिया के सामने जाहिर किया है. उन्हें एक ऐसी बीमारी थी जिसमें ब्रेन के अंदर नसों में खून का थक्का जमने लगता है.
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Gal Gadot Disease: डिज्नी वर्ल्ड की 'वंडर वुमन' गल गडोट ने हाल ही में अपनी चौथी प्रेग्नेंसी के आखिरी तिमाही के दौरान ब्रेन में मैसिव ब्लड क्लॉट होने का पर्सनल एक्सपीरिएंस शेयर किया. उनकी बेटी, ओरी ( Ori) को जन्म देने के बाद उनकी इमरजेंसी सर्जरी हुई. एमआरआई स्कैन में ऐसा सच सामने आया जिसका उन्हें अंदाजा भी नहीं था
जब गल गडोट का हुआ बीमारी से सामना
हॉलीवुड एक्ट्रेस गल गडोट ने अपने इस्ट्राग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "ये साल गहरी चुनौतियों और गंभीर चिंतन का रहा है, और मैं इस बात से जूझ रही थी कि एक निजी कहानी को कैसे, या कहें कि शेयर भी करूं या नहीं. आखिर में, मैंने अपने दिल की सुनने का फैसला किया. शायद ये सब कुछ समझने, सोशल मीडिया पर शेयर किए गए चुनिंदा पलों के पीछे की नाजुक असलियत से पर्दा उठाने का मेरा तरीका है. सबसे बढ़कर, मुझे उम्मीद है कि साझा करके, मैं जागरूकता बढ़ा सकती हूं और उन लोगों का समर्थन कर सकती हूं जो शायद इसी तरह की किसी चीज का सामना कर रहे हों.
"तेज सिरदर्द ने बेडरिडेन कर दिया"
एक्ट्रेस ने लिखा, "फरवरी में, अपनी गर्भावस्था के 8वें महीने के दौरान, मुझे मेरे ब्रेन में एक मैसिव ब्लड क्लॉट होने का पता चला. हफ्तों तक, मैंने असहनीय सिरदर्द सहा जिसने मुझे बिस्तर तक ही सीमित कर दिया, जब तक कि आखिरकार मैंने एक एमआरआई नहीं करवाया जिसने भयानक सच्चाई बयान की. एक ही पल में, मेरे परिवार और मैंने इस बात का सामना किया कि जिंदगी कितनी नाजुक हो सकती है. ये एक साफ रिमाइंडर था कि कितनी जल्दी सब कुछ बदल सकता है, और एक मुश्किल साल के बीच, मैं बस जीना चाहती थी."
बेटी का नाम ओरी क्यों रखा?
उन्होंने आगे कहा, "हम अस्पताल भागे, और कुछ ही घंटों में, मेरी इमरजेंसी सर्जरी हुई. मेरी बेटी, ओरी, अनिश्चितता और डर के उस पल में पैदा हुई थी. उसका नाम, जिसका मतलब है "मेरी रोशनी," इत्तेफाक से नहीं चुना गया था. सर्जरी से पहले, मैंने जेरॉन (Jaron Varsano) से कहा था कि जब हमारी बेटी आएगी, तो वो इस सुरंग के आखिर में मेरा इंतजार कर रही रोशनी होगी. @cedarssinai के असाधारण डॉक्टरों की एक टीम और हफ्तों की डेडिकेटेड केयर के लिए शुक्रिया, मैं ठीक हो गई और रिकवर होने की राह पर चल पड़ी. आज, मैं पूरी तरह से ठीक हूं और मुझे जो जिंदगी वापस मिली है उसके लिए कृतज्ञता से भरी हुई हूं."
"बहुत कुछ सीखने को मिला"
गल गडोट ने लिखा, "इस सफर ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. सबसे पहले, अपने शरीर की सुनना और उस पर यकीन करना जरूरी है जो वो हमें बता रहा है. दर्द, बेचैनी, या यहां तक कि छोटे बदलाव के भी अक्सर गहरे मतलब होते हैं, और अपने शरीर के प्रति सजग रहना लाइफ सेविंग हो सकता है."
"बीमारी को लेकर अवेयरनेस जरूरी"
दूसरा, जागरूकता मायने रखती है. मुझे कोई अंदाज़ा नहीं था कि 30+ एज ग्रुप की 100,000 गर्भवती महिलाओं में से 3 को सीवीटी (ब्रेन में खून का थक्का विकसित होना) का पता चलता है. इसे जल्दी पहचानना बहुत जरूरी है क्योंकि इसका इलाज मुमकिन है। हालांकि ये रेयर है, लेकिन ये एक संभावना है, और इसके वजूद को जानना इसे अड्रेस करने का पहला कदम है. इसे शेयर करने का मतलब किसी को डराना नहीं बल्कि सशक्त बनाना है. अगर इस कहानी की वजह से एक भी इंसान अपने हेल्थ के लिए एक्शन लेने के लिए प्रेरित होता है, तो इसे शेयर करना सार्थक होगा.
सीवीटी बीमारी क्या है?
हेल्थलाइन के मुताबिक, सीवीटी (CVT) का मतलब है सेरेब्रल वेनस थ्रोम्बोसिस (Cerebral venous thrombosis), ये एक सीरियस हेल्थ कंडीशन है जो तब होता है जब ब्रेन की किसी नस में खून का थक्का जम जाता है. अगर इसका इलाज न किया जाए, तो ये ब्रेन में ब्लीडिंग और स्ट्रोक का कारण बन सकता है. सीवीटी ब्रेन की एक सेरेब्रल वेन (Cerebral vein) में ब्लड क्लॉट है. ये वेन मस्तिष्क से खून निकालने के लिए जिम्मेदार होती है. सेरेब्रल वेन में बढ़ा हुआ दबाव हेमरेज या सीवियर ब्रेन स्वेलिंग की वजह बन सकता है. जब इसका जल्दी पता लगा लिया जाता है, तो CVT का जिंदगी के लिए खतरा पैदा करने वाले कॉम्पलिकेशंस के बिना इलाज किया जा सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.