दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में डेंगू का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस साल डेंगू का वायरस अपने खतरनाक रूप में सामने आ रहा है, जिसे देखकर डॉक्टर भी चिंतित हैं. डेंगू का यह नया रूप न केवल मरीजों को कमजोर कर रहा है, बल्कि उनके फेफड़ों और पेट को भी बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है. डॉक्टरों के अनुसार, इस बार डेंगू हेमरेजिक फीवर (डीएचएफ) के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जो बेहद गंभीर है.


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इस साल डेंगू के लक्षणों में खासा बदलाव देखा गया है. पहले जहां बुखार, बदन दर्द और प्लेटलेट्स की कमी जैसे लक्षण देखे जाते थे, वहीं अब मरीजों के फेफड़ों और पेट में संक्रमण हो रहा है. डेंगू हेमरेजिक फीवर के मामलों में फेफड़ों में पानी भरने की समस्या सामने आ रही है, जिससे मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. इसके अलावा, पेट में भी संक्रमण देखा जा रहा है, जिससे मरीज की हालत और भी नाजुक हो रही है.


मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी
हाल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में एक हफ्ते के भीतर ही 300 से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. इन मामलों में बड़ी संख्या में मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि यह स्थिति इस बार कुछ अलग और खतरनाक है. डेंगू वायरस का यह नया रूप ज्यादा गंभीर और जानलेवा साबित हो सकता है, खासकर उन मरीजों के लिए जो पहले से ही किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त हैं.


डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव के लिए लोगों को मच्छरों से बचने के उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है. घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ पानी में पनपते हैं. पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. साथ ही, तेज बुखार, सिरदर्द और बदन दर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए समय पर सावधानी बरतना और उचित इलाज कराना बेहद जरूरी हो गया है, ताकि इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सके.