हाल ही में अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन नेटवर्क ओपन के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह सामने आया है कि अमेरिका में 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र की अश्वेत महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है.


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इस अध्ययन में 258,000 से अधिक बुजुर्ग महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया है, जिसमें यह बताया गया है कि अश्वेत महिलाओं को श्वेत महिलाओं की तुलना में अधिक समय तक इलाज का इंतजार करना पड़ता है. 


नहीं मिल रहा इलाज

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 18 प्रतिशत अश्वेत महिलाओं को आवश्यक चिकित्सा दिशानिर्देशों के अनुसार उपचार नहीं मिला, जबकि केवल 15 प्रतिशत श्वेत महिलाओं को ही गाइडलाइन के अनुसार देखभाल का लाभ मिला. इस अध्ययन ने साफ तौर पर दिखाया है कि नस्लीय असमानता, उम्र, कैंसर के चरण, बीमा कवरेज और आय के स्तर जैसे कारकों से प्रभावित होती है. 

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अश्वेत महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर से मौत का खतरा ज्यादा

यह असमानता न केवल इलाज की प्रक्रिया में समस्या पैदा करती है, बल्कि अश्वेत महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर से मृत्यु दर को भी बढ़ाती है. अध्ययन के निष्कर्ष यह दर्शाते हैं कि स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है ताकि सभी महिलाओं को समान चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें.

बीमा कवरेज से भी फायदा नहीं

अधिकांश रोगियों के पास मेडिकेयर कवरेज होने के बावजूद, नस्लीय असमानताएं समाप्त नहीं हो रही हैं. अध्ययन में यह स्पष्ट किया गया है कि अकेले बीमा कवरेज से स्वास्थ्य उपचार में असमानता को दूर नहीं किया जा सकता.


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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.