आपने ग्लूटेन फ्री डाइट शब्द सुना होगा, जो आजकल खाने के लिहाज से काफी चलन में है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्लूटेन असल में है क्या और ग्लूटेन फ्री डाइट किन लोगों के लिए फायदेमंद है? यदि आपका जवाब नहीं है तो यह लेख आपके लिए है. यहां हम आपको ग्लूटेन फ्री डाइट के बारे में बता रहे हैं, साथ ही इसके फायदे और नुकसानों को भी आप डिटेल में जान सकेंगे. 


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ग्लूटेन क्या है?

ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन है, जो गेहूं, जौ, और राई जैसे अनाजों में पाया जाता है. यह पदार्थ भोजन को गाढ़ा और चिपचिपा बनाने में मदद करता है. यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन कुछ लोगों की बॉडी ग्लूटेन को ठीक से पचा नहीं पाती. इसमें ये लोग शामिल होते हैं-


  1.  सीलिएक रोग (Celiac Disease): यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर ग्लूटेन के सेवन पर खुद को नुकसान पहुंचाने लगता है. इससे छोटी आंत में सूजन हो सकती है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण प्रभावित होता है.

  2. ग्लूटेन संवेदनशीलता (Gluten Sensitivity): कुछ लोगों की बॉडी ग्लूटेन को पचा नहीं पाती है, यह सीलिएक डिजीज के अलावा ग्लूटेन सेंसिटिविटी के कारण भी होता है. इसमें  ग्लूटेन सेवन से पेट दर्द, गैस, और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.


ग्लूटेन फ्री डाइट के फायदे-

बेहतर पाचन
सीलिएक डिजीज या ग्लूटेन सेंसटिविटी वाले लोगों के लिए यह डाइट बहुत फायदेमंद होता है. इससे पाचन क्रिया को दुरुस्त होने के साथ पेट दर्द, गैस, और सूजन जैसी समस्याओं से राहत मिलता है. 

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पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण
सीलिएक रोग में ग्लूटेन के कारण छोटी आंत को नुकसान पहुंचता है, जिससे शरीर को पोषक तत्वों को ठीक से सोखने में परेशानी होती है. ऐसे में ग्लूटेन फ्री डाइट पोषण संबंधी कमियों को दूर करने में मदद करता है.


एनर्जी में वृद्धि
ग्लूटेन को पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. ऐसे में ग्लूटेन फ्री डाइट से पाचन क्रिया आसान हो जाती है, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है और आप अधिक एनर्जेटिक महसूस करते हैं.


वेट लॉस
जो लोग ग्लूटेन फ्री डाइट अपनाते हैं उनका वजन अक्सर कम हो जाता है. लेकिन ऐसा आमतौर पर इसलिए होता है क्योंकि वे बहुत सारे प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जिनमें ग्लूटेन होता है, खाना कम कर देते हैं जो मोटापा का मुख्य कारण है.


ग्लूटेन फ्री डाइट के नुकसान

ग्लूटेन फ्री विकल्प जैसे स्पेशल आटे और ब्रेड आदि आम खाद्य पदार्थों की तुलना में महंगे होते हैं.
गेहूं और अन्य अनाजों को छोड़ने से फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स की कमी हो सकती है. इसलिए, ग्लूटेन फ्री डाइट लेने वालों को अपनी डाइट में फल, सब्जियां, दालें, और मेवे आदि को पर्याप्त मात्रा में शामिल करना चाहिए. 


क्या हर व्यक्ति ले सकता है ग्लूटेन फ्री डाइट?

हॉप्सकिन मेडिसिन के अनुसार, यदि आप अपने आहार से सारा ग्लूटेन हटा देते हैं, तो इससे आपको पौष्टिक साबुत अनाज, फाइबर और सूक्ष्म पोषक नहीं मिल पाएगा. खासतौर पर यदि आपको हार्ट डिजीज या डायबिटीज का खतरा है तो इस डाइट को फॉलो करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. क्योंकि इस स्थिति में पर्याप्त मात्रा में साबुत अनाज लेना विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है. साबुत अनाज कोलेस्ट्रॉल के साथ बॉडी शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं. इसके अलावा, कुछ ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों जैसे बी विटामिन, आयरन और मैग्नीशियम के मुख्य स्रोत भी होते हैं. 



Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.