Body Detox: क्या आपके बॉडी में टॉक्सिन है? इन 5 लक्षणों के दिखते समझ जाए अंगों को सफाई की जरूरत, पीना शुरू कर दें ये 4 ड्रिंक्स
Sign Of Toxin In Body: शरीर सिर्फ बाहर से ही नहीं अंदर से भी गंदा होता है. समय-समय पर इसकी सफाई के लिए उपाय करते रहना चाहिए वरना हेल्थ से संबंधित समस्याएं बनी रहती है.
How To Detox Body In Hindi: खराब जीवनशैली, गलत खानपान की आदतें, गंदे और केमिकल वाले वातावरण में ज्यादा समय बिताने से शरीर के अंदर कचरा जमा होने लगता है. टॉक्सिन वे विषैले पदार्थ होते हैं जो बाहरी स्रोतों या शरीर के भीतर से (जैसे मेटाबोलिक अवशेष) उत्पन्न होते हैं.
ऐसे में जिस तरह शरीर को धोकर आप बैक्टीरिया और गंदगी को हटाते हैं. ऐसे ही बॉडी को अंदर से भी धुलाई की जरूरत होती है. वरना हमेशा छोटी-छोटी हेल्थ प्रॉब्लम लगी रहती है. वैसे तो बॉडी खुद को साफ करने में सक्षम होता है, लेकिन टॉक्सिन की मात्रा ज्यादा हो तो इसे बाहरी सपोर्ट की आवश्यकता होती है. ऐसे में ये 4 ड्रिंक्स बहुत काम आते हैं.
शरीर में टॉक्सिन के लक्षण
यदि आपके शरीर में टॉक्सिन का स्तर बढ़ जाता है, तो यह निम्नलिखित लक्षणों के रूप में प्रकट हो सकता है-
थकावट और कमजोरी- यदि आप अक्सर थकावट महसूस करते हैं और छोटे और हल्के कामों को करने में भी पसीना निकल आता है, तो यह आपके शरीर में टॉक्सिन के जमा होने का संकेत हो सकता है.
त्वचा पर समस्याएं- दाने, मुंहासे, या त्वचा की अन्य समस्याएं भी टॉक्सिन के संकेत हो सकती हैं. दरअसल, बॉडी इस तरह से शरीर के कचरे को बाहर निकालने की कोशिश करता है.
इसे भी पढ़ें- क्या है हार्मोनल एक्ने? चेहरे पर निकले फोड़े जैसे मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए करें ये उपाय
पाचन समस्याएं- पेट की सूजन, कब्ज, या अपच जैसी समस्याएं भी बॉडी में टॉक्सिन के जमा होने की ओर इशारा करती है.
मूड स्विंग्स और मानसिक थकावट- यदि आप बहुत जल्दी परेशान होने लगे हैं, या तनाव ज्यादा महसूस कर रहे हैं, तो यह बॉडी में टॉक्सिन की उपस्थिति का संकेत हो सकता है.
नींद की समस्या- नींद न आना सिर्फ तनाव से संबंधित नहीं है, कई बार सोने में कठिनाई का कारण बॉडी में मौजूद टॉक्सिन भी होता है.
बॉडी को डिटॉक्स करने का नेचुरल तरीका
नींबू पानी
नींबू पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसमें मौजूद विटामिन C शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को बढ़ावा देता है.
अदरक और शहद की चाय
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करते हैं. वहीं, शहद इसे और भी प्रभावी बनाता है, साथ ही यह पेट की समस्याओं को भी ठीक करता है. ध्यान रखें यह चाय चुटकी भर चाय पत्ती और दूध के बिना बनती है.
पुदीना और नींबू का जूस
पुदीना पाचन में सुधार करता है और नींबू के साथ मिलकर टॉक्सिन को बाहर निकालने में सहायक होता है. यह जूस आपकी त्वचा को भी निखारने में मदद कर सकता है.
सेलेरी जूस
सेलेरी जूस में उच्च मात्रा में पानी और फाइबर होते हैं, जो शरीर की सफाई प्रक्रिया को प्रोत्साहित करते हैं और हाइड्रेशन में भी मदद करते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.