Intermittent Fasting के कारण हो सकती है समय से पहले मौत! रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Intermittent Fasting: इन दिनों वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का बहुत क्रेज है. हालांकि, अमेरिकी शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग करने समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है.
Side effects of intermittent fasting: इन दिनों वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का बहुत क्रेज है. बॉलीवुड सेलिब्रिटी से लेकर आम लोग तक वजन कम करने के लिए इस तरह की डाइट को फॉलो कर रहे हैं. अब अमेरिकी शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग करने समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है. नए अध्ययन में कहा गया कि दिनभर में तीन बार की तुलना में एक बार भोजन करने से मृत्यु का जोखिम 30% बढ़ जाता है.
शोधकर्ताओं ने बताया कि समय पर नाश्ता न करने से दिल की बीमारी का अधिक खतरा पाया गया, जबकि दोपहर का भोजन या नाश्ता न करने से मौत की संभावना अधिक बढ़ गई थी. शोधकर्ताओं का दावा है कि अगर लोग व्यायाम करते हैं, स्वस्थ भोजन खाते हैं और कभी धूम्रपान नहीं करते तो भी वजन कम किया जा सकता है. लेकिन भोजन के दौरान लंबा गैप करना सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
एक बार में अधिक भोजन से भी खतरा
शोधकर्ताओं ने कहा कि फास्टिंग करने वाले आमतौर पर एक बार में अपेक्षाकृत बड़ी मात्रा में खाना खा लेते हैं, जो समय के साथ शरीर की सेल्स को नुकसान पहुंचा सकता है. टेनेसी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस नए अध्ययन में पाया गया कि दिनभर में तीन बार भोजन करना सबसे बेहतर तरीका है, लेकिन शोध में बताया गया कि भोजन को कम गैप के बाद खाने से भी समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है. बहुत अधिक खाने से शरीर की पाचन क्रिया पर दबाव बढ़ता है.
शोध का क्या निकाला रिजल्ट?
शोध के दौरान 40 से अधिक उम्र के करीब 24,000 लोगों को शामिल किया गया और 15 वर्षों तक इनकी निगरानी की गई. 'जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायबिटिक्स' में प्रकाशित शोध के मुताबिक, प्रतिदिन तीन बार भोजन करने वाले प्रतिभागियों की तुलना में सिर्फ एक बार भोजन करने वालों में मृत्यु का खतरा 30 प्रतिशत अधिक था. ऐसे लोगों ने 83 प्रतिशत तक दिल की बीमारी से मौत का जोखिम बढ़ाया था. नाश्ता करने वालों की तुलना में नाश्ता न करने वालों में दिल की बीमारी से मौत का जोखिम 40 प्रतिशत अधिक पाया गया. हालांकि, जो लोग लंच या डिनर नहीं करते थे, उनके मरने की संभावना 12 से 16% अधिक थी.
क्या है इटरमिटेंट फास्टिंग?
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान आपको एक निर्धारित समय के दौरान ही खाना होता है. इसमें कैलोरी नहीं गिनी जाती बल्कि समय गिना जाता है. इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ऐसा डाइट प्लान है, जिसमें लंबे समय तक भूखे रहकर भोजन छोड़ना होता है. साथ ही किस समय भोजन करना है और किस समय नहीं ये सब पहले से तय होता है. जैसे कि कुछ लोग 12 घंटे के अंदर अपना भोजन लेते हैं, तो कुछ लोग 14 घंटे बाद ही कुछ खाते हैं. ऐसा करने से वजन कम करने में आसानी होती है.