आजकल महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी एक समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, जिसे पीसीओडी कहा जाता हैं। इस PCOD के कारण हजारों महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं,जानें क्यों.
शोध के अनुसार दालचीनी इंसुलिन के स्तर को बढ़ने से रोकता है और मोटापे को कम करता है। इसके लिए एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर 2–3 महीनों तक पिएं.
एक बर्तन में एक गिलास पानी गर्म करें अब इसमें 7–8 पुदीने की पत्तियों को डालकर दस मिनट तक उबालें। इसे छानकर चाय की तरह पिएँ, कुछ हफ्तों तक इसका सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होता है तथा शरीर में अतिरिक्त बालों का बढ़ना कम हो जाता है.
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में वजन तेजी से बढ़ता है. अत: मेथी का सेवन करें. मेथी शरीर में ग्लूकोज के चयापचय को बढ़ावा देती है और इंसुलिन को बढ़ने से रोकती है. मेथी के बीजों को रात को पानी में भिगो दें तथा खाली पेट एक चम्मच भीगे हुए बीजों को शहद के साथ लें. दोपहर के भोजन एवं रात के भोजन से पहले भी इसे लें.
एक चम्मच मुलेठी के चूर्ण को एक कप पानी में डालकर उबाल लें. इसका काढ़ा बनाकर चाय की तरह पिएं. कुछ दिन तक इसके सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आती है तथा शोध के अनुसार पाया गया है कि मुलेठी की जड़ का चूर्ण ओव्युलेशन की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है.
तुलसी के अन्दर एन्टी-एन्ड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं. प्रतिदिन 8–10 तुलसी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पिएं.
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