टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट की मानें तो नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की एक स्टडी जिसे नेचर मेडिसिन नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया है में बताया गया कि कोविड-19 के आधे से ज्यादा मरीजों में इंफेक्शन के दौरान मुंह से जुड़ी समस्याएं देखने को मिलती हैं. यहां खास बात ये है कि मुंह से जुड़े ये लक्षण बीमारी के प्रमुख लक्षणों के सामने से पहले ही दिखने लग जाते हैं, लेकिन लोग इन्हें सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं.
कई तरह के वायरल इंफेक्शन, ऑटोइम्यून बीमारी और अब कोविड-19 संक्रमण की वजह से भी मरीजों में ड्राई माउथ यानी मुंह सूखने की समस्या देखने को मिल रही है. मुंह सूखने का मतलब है कि मुंह में लार का उत्पादन नहीं हो पा रहा है जो आपको बुरे बैक्टीरिया और रोगाणुओं से बचाता है. अगर आपके भी मुंह में लार न बन रहा हो और मुंह सूखने की समस्या हो तो अभी के समय इसे नजरअंदाज न करें.
मुंह सूखने की वजह से न सिर्फ बोलने और खाना चबाने में दिक्कत होती बल्कि कई बार सांस से बदबू आने की समस्या भी हो जाती है. इसके अलावा मुंह में जलन भी महसूस होने लगती है. ऐसे में अगर आपको भी लगे कि दिन में 2 बार ब्रश करने के बाद भी आपके मुंह से गंदी बदबू आ रही है तो इस संकेत को भी इग्नोर न करें.
जब मरीज कोविड-19 जैसे वायरल इंफेक्शन से गुजरता है तो शरीर में इन्फ्लेमेशन यानी सूजन और जलन की समस्या होने लगती है क्योंकि वायरस मांसपेशियों के फाइबर और अंगों के अंदरूनी परतों पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचाता है. इन्फ्लेमेशन की वजह से ही मुंह के अंदरुनी हिस्सों में, जीभ पर या मसूड़ों के आसपास छाले हो सकते हैं. छाले कई बार पेट गर्म होने की वजह से भी हो जाते हैं.
कोरोना वायरस मुंह के साथ ही जीभ को भी कई तरह से नुकसान पहुंचा रहा है. ऐसे में अगर आपको भी अपनी जीभ सामान्य रूप से जैसी हेल्दी पिंक नजर आती है उसकी जगह उसमें लालिमा ज्यादा दिखे, सफेद धब्बे नजर आएं या फिर अगर जीभ का रंग सामान्य से ज्यादा गहरा लग रहा हो तो इन संकेतों को इग्नोर न करें. कोविड-19 टेस्ट करवाएं क्योंकि यह कोरोना संक्रमण का संकेत हो सकता है.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
ट्रेन्डिंग फोटोज़