Rule for intermittent fasting: दुनिया भर में मोटापे से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है. वजन कम करने के लिए कई तरीके हैं, लेकिन इंटरमिटेंट फास्टिंग एक बहुत ही प्रभावी तरीका है. इंटरमिटेंट फास्टिंग में, आप अपनी डाइट को निश्चित समय अवधि में सीमित करते हैं और फिर इसके बाद अधिक समय तक भूखे रहते हैं. यह आपके शरीर को कैलोरी कम करने के लिए मजबूर करता है.


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इंटरमिटेंट फास्टिंग का सबसे लोकप्रिय रूल 16:8 है. इस विधि में, आप 16 घंटे उपवास करते हैं और 8 घंटे में खाते हैं. 16 घंटे के उपवास के दौरान, आप केवल पानी, ब्लैक कॉफी या बिना चीनी या दूध की चाय का सेवन कर सकते हैं. इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें वजन कम करना, रक्तचाप कम करना, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करना और कैंसर का खतरा कम करना शामिल हैं.


इंटरमिटेंट फास्टिंग करने का सही तरीका
- समय सीमा तय करें
- सही खाने की चीजें चुनें
- दूध और दूध से बनी चीजों को शामिल करें
- फास्टिंग टाइम में ज्यादा पानी पिएं
- अपना मील प्लान करें


इंटरमिटेंट फास्टिंग से अच्छे रिजल्ट पाने के लिए क्या करें
- धीरे-धीरे शुरू करें: अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग के लिए नए हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें. शुरुआत में आप 12:12 या 14:10 रूल से शुरू कर सकते हैं. जैसे-जैसे आप इसकी आदत डालते जाते हैं, आप 16:8 नियम में जा सकते हैं.
- अपने शरीर को सुनें: अगर आपको कमजोरी या चक्कर आ रहा है, तो थोड़ा खाएं.
- डॉक्टर से सलाह लें: अगर आपके कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू करने से पहले डॉक्टर से बात कर लें.
- स्वस्थ खाएं: जब आप उपवास नहीं कर रहे हों, तो स्वस्थ खाएं. प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट से भरपूर चीजें खाएं.
- पर्याप्त पानी पिएं. उपवास के दौरान, पानी, ब्लैक कॉफी या बिना चीनी या दूध की चाय पिएं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.