भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' का तीसरे चरण का ट्रायल शुरू
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भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' का तीसरे चरण का ट्रायल शुरू

फेज-3 के ट्रायल में पूरे भारत से 26,000 स्वयंसेवक शामिल किए गए हैं. इसका संचालन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर किया जा रहा है.

भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' का तीसरे चरण का ट्रायल शुरू

हैदराबाद: वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने सोमवार को घोषणा की कि उसने कोविड-19 के लिए भारत की पहले स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' (Covaxin) के तीसरे चरण के परीक्षणों को शुरू कर दिया है. फेज-3 के ट्रायल में पूरे भारत से 26,000 स्वयंसेवक शामिल किए गए हैं. इसका संचालन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर किया जा रहा है.

  1. स्वयंसेवकों को लगभग 28 दिनों के भीतर दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन
  2. भारत में 22 संस्थानों में किया जा रहा है परिक्षण 
  3. तीसरे चरण के परीक्षणों को शुरू कर दिया गया है
  4.  

स्वयंसेवकों को लगभग 28 दिनों के भीतर दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन
हैदराबाद स्थित कंपनी ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के लिए यह भारत का पहला चरण-3 प्रभावकारिता अध्ययन है, और अब तक का सबसे बड़ा चरण-3 प्रभावकारिता परीक्षण (Efficacy test) है. परीक्षण में शामिल स्वयंसेवकों को लगभग 28 दिनों के भीतर दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन (Intramuscular injection) दिए जाएंगे. प्रतिभागियों को कोवैक्सिन या प्लेसबो स्वेच्छा से (रेंडमली) दिया जाएगा. परीक्षण डबल ब्लाइंडिड कर दिया गया है. यानी जांचकर्ताओं, प्रतिभागियों और कंपनी को यह पता नहीं होगा कि किस समूह का किस प्रकार से टीकाकरण हुआ है.

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भारत में 22 संस्थानों में किया जा रहा है परिक्षण 
परीक्षण भारत में 22 संस्थानों में किया जा रहा है, जिसमें नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और गुरु तेग बहादुर अस्पताल (Guru Teg Bahadur Hospital) शामिल हैं. इसके अलावा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, ग्रांट गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और सर जे.जे. ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल जनरल हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज (सायन हॉस्पिटल) भी इसमें शामिल हैं. इसमें भाग लेने वाले स्वयंसेवकों की कड़ी निगरानी की जाएगी.
भारत बायोटेक कोवैक्सीन को आईसीएमआर-राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) के साथ भागीदारी में विकसित किया गया है. भारत बायोटेक दुनिया की एकमात्र टीका कंपनी है, जिसके पास जैव सुरक्षा स्तर-3 (BSL3) उत्पादन सुविधा है.  (इनपुट आईएएनएस)

 

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