Yogi Adityanath News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद इन दिनों अगर कोई सबसे ज्यादा एक्टिव है, तो वो हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. जो उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सीटें घटने के कारणों पर मंथन और उन कारणों को दूर करने के मिशन में जुट चुके हैं. नतीजे आने के बाद आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तीनों केंद्रीय मंत्रियों से योगी आदित्यनाथ की ये पहली मुलाकात है. ये मुलाकात मोदी कैबिनेट की पहली बैठक से ठीक पहले हुई.


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दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मिले योगी आदित्यनाथ


योगी आदित्यनाथ ने इन मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को बधाई दी है. लेकिन राजनीतिक पंडितों के बीच इन मुलाकातों के कई खास मायने निकाले जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के बीच हार की जिन वजहों पर बात हुई है.. वो हैं-


-यूपी में भितरघात के आरोप
-योगी सरकार में ब्यूरोक्रेसी का अवैध दखल
-संगठन और यूपी सरकार में तालमेल का अभाव
-दोनों उपमुख्यमंत्रियों की भूमिका
-यूपी में बीजेपी संगठन में बदलाव
-योगी मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल


योगी कर सकते हैं बड़े बदलाव


ये वो संभावित मुद्दे हैं जिनपर सीएम योगी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बीच 35 मिनट की मुलाकात में चर्चा हुई है. सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में बीजेपी संगठन में कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल भी खत्म होने वाला है. इसके अलावा योगी कैबिनेट में भी कई बदलाव होने की संभावना है. योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक बुलाई है. इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक भी की है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में सीएम योगी कुछ बड़े और महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं. जिसके बारे में उन्होंने अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से चर्चा की है.


यूपी लोकसभा चुनाव में भाजपा का खराब प्रदर्शन


कहा जाता है कि केंद्र में सरकार बनाने का रास्ता यूपी से होकर जाता है. इस बार यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन पहले से खराब हुआ और बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई. लेकिन यूपी में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद से ही योगी सरकार एक्शन में है. चुनावों में रोजगार से लेकर पेपर लीक बड़े मुद्दे रहे. जिसे समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने जोर शोर से उठाया. जिसका बीजेपी को नुकसान हुआ. अब योगी सरकार अपनी गलतियों को सुधारने में जुट गई है.


मंत्रियों के दिए निर्देश


चयन परीक्षाओं में पेपर लीक को रोक लगाने के लिए सीएम योगी ने नया और कठोर कानून बनाने का ऐलान किया है. इसके अलावा योगी सरकार ने खाली पड़े सरकारी पदों पर जल्द भर्तियों के लिए चयन प्रक्रिया में तेजी लाने का भी आदेश दिया है. सीएम योगी ने अपने सभी मंत्रियों को निर्देश दिये हैं कि वो जनता के बीच जाएं और बीजेपी सरकार की नीतियों और योजनाओं का प्रचार करें. इसके दो Goals हैं.. 


-यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. क्योंकि बीजेपी के 9 विधायक..लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं.


-यूपी में 2027 में विधानसभा चुनाव हैं. जिसमें सपा और कांग्रेस से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है.


इसलिए योगी आदित्यनाथ अभी से ही अपने मिशन में जुट गए हैं और फुल एक्शन मोड में काम कर रहे हैं और फैसले ले रहे हैं.