Baba Siddique Murder Case: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्टूबर) को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि गोली चलाने वाले शूटर शिव कुमार गौतम यानी शिवा ने शादी समारोह के दौरान जश्न मनाने के दौरान बंदूक चलाना सीखा था. इतना ही नहीं, उसने यूट्यूब से वीडियो देखकर पिस्टल को लोड-अनलोड करना सीखा और उसने इसकी प्रैक्टिस भी की थी. ऐसा मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों ने पूछताछ के दौरान दावा किया है. कथित तौर पर शिवा ने ही छह राउंड गोली चलाई थी, जिसमें से तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी थी.


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शिव कुमार गौतम ही था मेन शूटर


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों बलजीत सिंह और धर्मराज कश्यप ने दावा किया कि शिव कुमार गौतम यानी शिवा ही मेन शूटर था. इन दोनों को उसका बैकअप बनने के लिए रखा गया था. उन्होंने मुंबई में रहने के दौरान पिछले एक महीने से यूट्यूब वीडियो देखकर पिस्टल को लोड करने और अनलोड की प्रैक्टिस की थी.


कुर्ला के चॉल में की प्रैक्टिस


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों ने कुर्ला चॉल में किराए पर लिए गए एक कमरे में प्रैक्टिस की, क्योंकि उन्हें शहर में कोई खाली या सुनसान जगह नहीं मिली, जहां वे गोलियां चला सकें. सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी के अलावा इस मामले में बिशोई गैंग शामिल था और वे ही पीड़ितों पर गोली चलाने से पहले निशानेबाजों को अलग-अलग जगहों पर गोली चलाने का अभ्यास करने के लिए बुलाते थे.


4 सप्ताह तक कुर्ला में रहे थे शूटर्स


क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा, 'मुख्य आरोपी गौतम, जिस पर हमें संदेह है कि उसने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई थी. उसने अन्य दो आरोपियों को बताया था कि वह बंदूक का इस्तेमाल करना अच्छी तरह जानता है, क्योंकि उसने यूपी में अपने रिश्तेदारों की शादियों के दौरान जश्न मनाने के लिए कई मौकों पर गोलीबारी की थी. हालांकि, अन्य दो ने पहले कभी बंदूक नहीं संभाला था और बंदूकों की डिलीवरी के बाद गौतम ने दोनों को ट्रेनिंग दी. उन्होंने पिस्तौल को लोड और अनलोड करना सीखने के लिए यूट्यूब वीडियो का इस्तेमाल किया. बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले लगभग चार सप्ताह तक कुर्ला चॉल में रहने के दौरान उन्होंने अपने घर पर बंदूक चलाने का अभ्यास किया.


आपस में कैसे मिले सभी शूटर्स?


इस बीच, पुलिस ने मंगलवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान हरीश कुमार निषाद (26) के रूप में हुई है. वह उस कबाड़ की दुकान का मालिक था, जहां गौतम और एक अन्य आरोपी कश्यप काम करते थे. पुलिस ने कहा कि कथित तौर पर साजिश में शामिल पुणे के लोणकर भाई ने निषाद के माध्यम से गौतम और कश्यप से संपर्क किया था. लोणकर ने निषाद को पैसे दिए थे, जिन्होंने फिर कश्यप और गौतम को 50-50 हजार रुपये दिए, जो सितंबर में मुंबई आए.


शुभम लोणकर मुंबई पुलिस के रडार पर था और अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी के बाद उससे पूछताछ की गई थी, लेकिन उसे आखिरी बार 24 सितंबर को पुणे में देखा गया था, जिसके बाद पुलिस को संदेह है कि वह छिप गया है. पुलिस ने पाया है कि आरोपियों ने एक-दूसरे को स्नैपचैट का इस्तेमाल करके संदेश भेजे थे, क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर संदेश अपने आप डिलीट हो जाते हैं. पुलिस ने यह भी पाया है कि जुलाई में साजिश रची गई थी, जिसके बाद लोमकर भाइयों और जीशान अख्तर को शूटरों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था.