3 दिन पहले की दोस्ती, 20,000 रुपए देख मन में आया लालच, रॉड से मार कर दोस्त की कर दी हत्या
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3 दिन पहले की दोस्ती, 20,000 रुपए देख मन में आया लालच, रॉड से मार कर दोस्त की कर दी हत्या

बताया कि 10 जनवरी को प्रदीप ने बिहटा-पटना में माल अनलोड कर 20 हजार रुपये भाड़ा उठाया था. पैसे देखकर उसके मन में लालच आ गया और उसने प्रदीप की हत्या की साजिश रच डाली. 

3 दिन पहले की दोस्ती, 20,000 रुपए देख मन में आया लालच, रॉड से मार कर दोस्त की कर दी हत्या.

Giridih: झारखंड के गिरिडीह के बगोदर थाना क्षेत्र के बेको के पास मुर्गियाटोंगरी में एनएच-टू (NH-2) सड़क के किनारे खड़ी ट्रक में ट्रक के चालक की लोहे के औजार से वार कर निर्मम हत्या कर दिया था. हत्या करने वाले अपराधी गौरव पासवान को पुलिस ने बिहार के गया जिले के पुनामा गांव से बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया है. 

साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त किये गये लोहे के औजार के साथ मोबाइल फोन, वोटर कार्ड (Voter Card), आधार कार्ड (Adhar Card)एवं पैन कार्ड (Pan Card) बरामद कर लिया है.

11 जनवरी का है मामला
इस मामले को लेकर पुलिस लाईन में एसडीपीओ (SDPO) अनिल कुमार सिंह के द्वारा एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए एसडीपीओ ने बताया कि बीते 11 जनवरी की रात को बगोदर थाना क्षेत्र के बेको के सामने मुर्गियाटोंगरी में एनएच टू सड़क के किनारे ट्रक नंबर एनएल-01के-1455 के चालक प्रदीप कुमार की अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हत्या कर दी गई थी. 

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घटना के बाद बगोदर थाना में 12 जनवरी को IPC की धारा 302/34 अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए इस कांड का उद्भेदन करने में जुट गई. पुलिसिया अनुसंधान के क्रम में पता चला कि ट्रक चालक प्रदीप कुमार का उसके साथ काम करने वाले ट्रक का खलासी गौरव पासवान के साथ पैसे को लेकर कुछ विवाद चल रहा था. इसी कारण गौरव के द्वारा ही प्रदीप की हत्या की गयी. 

विशेष टीम ने जांच कर किया खुलासा
पुलिस ने जांच के बाद आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर एक विशेष टीम बनाई जिसने गया-बिहार के वजीरगंज के पुनामा गांव निवासी गौरव पासवान को उसके घर से ही मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिसिया पूछताछ के क्रम में आरोपी गौरव ने हत्या के कारणों का खुलासा किया जिसमें गौरव ने कहा कि वह प्रदीप को जानता तक नहीं था और न ही वह खलासी था. घटना के तीन दिन पूर्व आठ जनवरी को उसने प्रदीप से पहली बार नवादा में मुलाकात हुई थी. 

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पैसे देखकर आ गया मन में लालच
मुलाकात होने के बाद उसने प्रदीप को बताया था कि वह भी खलासी का काम करता है. इसके बाद प्रदीप ने बिना कुछ जाने-समझे उसे अपनी गाड़ी में खलासी के रूप में रख लिया. बताया कि 10 जनवरी को प्रदीप ने बिहटा-पटना में माल अनलोड कर 20 हजार रुपये भाड़ा उठाया था. पैसे देखकर उसके मन में लालच आ गया और उसने प्रदीप की हत्या की साजिश रच डाली. 

सिर्फ 20,000 रुपए के लिए कर दी निर्मम हत्या
इस बाबत बगोदर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह की माने तो गौरव पहली बार खलासी के रूप में काम करा रहा था और सिर्फ 20 हजार रुपये के लिए उसने ट्रक के चालक प्रदीप की रॉड से वार कर निर्मम हत्या कर दी थी. बताया गया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी गौरव पासवान ने 11 जनवरी की सुबह करीब चार बजे ही प्रदीप की रॉड से वार कर हत्या कर दी. 

बड़े शातिर तरीके से दिया घटना को अंजाम
हत्या करने के बाद शव को केबिन में ही छोड़कर भाग निकला था. गौरव ने बड़े ही शातिर तरीके से इस घटना को अंजाम दिया था. घटना को अंजाम देने के बाद गौरव ने अपने मोबाइल को वजीरगंज में ही एक मोबाइल दुकान में मोबाइल को बेच दिया था. पुलिस की टीम ने जब जांच शुरू किया तो पता चला कि गौरव ने 12 जनवरी को बेचा था. 

इसके बाद पुलिस ने मोबाइल खरीदने वाले दो युवकों को हिरासत में लिया और पुछताछ शुरू की. पूछताछ के क्रम में सारी बातें सामने आयी इसके बाद दोनों युवकों के निशानदेही पर आरोपी गौरव को वजीरगंज स्थित उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया.