बिहार: बाढ़ प्रभावितों के लिए आगे आई यह संस्था, CM राहत कोष में करेगी 20 लाख की मदद
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बिहार: बाढ़ प्रभावितों के लिए आगे आई यह संस्था, CM राहत कोष में करेगी 20 लाख की मदद

 बिहार इस समय कोरोना (Flood) और बाढ़ (Flood) से कराहा है. राज्य की एक बड़ी आबादी बुरी तरह से इसके चपेट में है और जनता की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सरकार प्रभावितों की मदद का दावा कर रही है. 

युवा समाजसेवी आसिफ कमाल ने कला के माध्यम से, बिहार में बाढ़ पीड़ित की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.

पटना: बिहार इस समय कोरोना (Flood) और बाढ़ (Flood) से कराहा है. राज्य की एक बड़ी आबादी बुरी तरह से इसके चपेट में है और जनता की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सरकार प्रभावितों की मदद का दावा कर रही है. जबकि, विपक्ष बयानों के जरिए सरकार पर हमलावर है.

इस बीच, युवा समाजसेवी आसिफ कमाल ने कला के माध्यम से, बिहार में बाढ़ पीड़ित की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (CM Disaster Relief Fund) में दान करने के लिए, 20 लाख रुपए की मदद करने का आश्वासन दिया है.

जानकारी के अनुसार, दुबई स्थित आर्ट एंड बिड ऑक्शन हाउस के सहयोग से, आसिफ कमाल फाउंडेशन और अल्तुराश आर्ट ने, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए एक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया है. यह आयोजन 15 अगस्त से लगातार 60 दिनों तक चलेगा. इस आयोजन के जरिए कला और कलाकृतियां बेचकर राशि एकत्रित की जाएंगी, जिसका 10 फीसदी हिस्सा सीएम आपदा राहत कोष में दान किया जाएगा.
 
यह प्रदर्शनी ऑनलाइन आर्ट एंड बिड ऑक्शन हाउस और अल्तुराश आर्ट गैलरी तथा आसिफ कमाल फाउंडेशन की वेबसाइट पर और दिल्ली के साकेत में डीएलएफ साउथ कोर्ट माल में कला प्रेमियों के लिए मौजूद है. वहीं, आसिफ कमाल का कहना है कि, ग्रामीण भारत को सशक्त बना कर ही, आप सम्पूर्ण भारत को सशक्त बना सकते हैं.

बता दें कि, आसिफ ने अपने संस्था के जरिए कोविड-19 लॉकडाउन (Lockdown) के समय, प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की तथा उनको राशन और आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई थी. गौरतलब है कि, बिहार में बाढ़ से 16 जिलों के 81 लाख 18 हजार लोग प्रभावित हैं.
 
सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावितों को खाना खिलाने के लिए 782 समुदायिक किचेन केंद्र चलाए जा रहे हैं, जिसमें 6 लाख 48 हजार से अधिक लोग भोजन कर रहे हैं. जबकि, राहत कार्य में एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की 33 टुकड़िया लगी हुई हैं.