बिहार को जल्द मिलेगा तेजस राजधानी एक्सप्रेस का तोहफा, पूर्व रेलवे के जीएम ने किया ऐलान
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बिहार को जल्द मिलेगा तेजस राजधानी एक्सप्रेस का तोहफा, पूर्व रेलवे के जीएम ने किया ऐलान

पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अमर प्रकाश द्विवेदी ने कहीं. महाप्रबंधक बनने के बाद पहली बार बुधवार को जमालपुर पहुंचे थे. इससे पहले जमालपुर स्टेशन पर महाप्रबंधक का स्वागत मुख्य कारखाना प्रबंधन सुदर्शन विजय ने की. महाप्रबंधक ने कहा कि एशिया के पहले रेल कारखाने का भविष्य बहुत सुनहरा व उज्जवल है.

बिहार को जल्द मिलेगा तेजस राजधानी एक्सप्रेस का तोहफा, पूर्व रेलवे के जीएम ने किया ऐलान

मुंगेर: मालदा-साहिबगंज-भागलपुर-जमालपुर-किऊल के रास्ते देश की राजधानी दिल्ली के लिए तेजस राजधानी का परिचालन जल्द होगा. इसके लिए कवायद चल रही है, केवल रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड पर आने वाले दिनों में वंदे भारत और कई नई ट्रेनें भी चलेंगी. बोर्ड के पास मामला पहुंचा हुआ है, इस दिशा में कवायद चल रही है.

उन्होंने कहा कि राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन एक राज्य की राजधानी से देश की राजधानी तक की जाती है, लेकिन मालदा, भागलपुर, जमालपुर, किऊल रेलखंड के यात्रियों की यह मांग है कि इस रूट से भी राजधानी चले. जल्द ही इसके परिचालन पर मुहर लगेगी. यह बातें पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अमर प्रकाश द्विवेदी ने कहीं. महाप्रबंधक बनने के बाद पहली बार बुधवार को जमालपुर पहुंचे थे. इससे पहले जमालपुर स्टेशन पर महाप्रबंधक का स्वागत मुख्य कारखाना प्रबंधन सुदर्शन विजय ने की. महाप्रबंधक ने कहा कि एशिया के पहले रेल कारखाने का भविष्य बहुत सुनहरा व उज्जवल है. कारखाने से ही शहर का भविष्य है और इस भविष्य को बचाने को लेकर रेलवे पूरी तरह तत्पर है.

जमालपुर-मुंगेर-खगड़िया बेगूसराय रेलखंड पर चल रही पैसेंजर ट्रेनों में कोचों की संख्या दोहरीकरण से पहले बढ़ाई जाएगी. इस दिशा में सकारात्मक पहल किया जाएगा. वाइलेग (जमालपुर-मुंगेर बायपास) पर एक छोटा स्टेशन बनाए जाने की प्लानिंग की जाएगी. महाप्रबंधक ने कहा कि अमृत भारत योजना के तहत मुंगेर व जमालपुर में स्टेशन रिमार्डलिंग का काम चल रहा है.

बता दें कि अगले साल के शुरुआती माह में दोनों स्टेशनों का लूक बदल जाएगा. जीएम ने कारखाने में लगभग 30 करोड़ की लागत से विभिन्न उपकरणों व मशीनों उद्घाटन व शिलान्यास की. मिस मफेट (कोयला से चलने वाली एक कोच) की ट्रेन से कारखाने का निरीक्षण किया.

इनपुट- प्रशांत कुमार

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