पुणे हादसे में बिहार के 15 लोगों की मौत, बिहार सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar546646

पुणे हादसे में बिहार के 15 लोगों की मौत, बिहार सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

 पुणे के कोंडवा क्षेत्र में इमारत की दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि सभी 15 लोग बिहार के कटिहार और छपरा जिले के रहने वाले थे. 

पुणे में इमारत की दिवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई.

पुणेः पुणे के कोंडवा क्षेत्र में शनिवार को एक इमारत की दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि सभी 15 लोग बिहार के कटिहार और छपरा जिले के रहने वाले थे. इस हादसे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही 5-5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने हादसे पर शोक जताया और उन्होंने भी 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.

हादसे की गंभीरता देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पुणे के जिलाधिकारी को मामले की विस्तृत जांच करने का आदेश दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने भी इस हादसे पर शोक जताया है.  महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी. राव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अनमोल था. उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने कहा कि यह घटना शनिवार तड़के लगभग 2.15 बजे की है, जब एल्कॉन स्टायलस इमारत के अहाते की दीवार अचानक गिर गई और झोपड़ियों में सो रहे पीड़ित उसकी चपेट में आ गए.

हादसे में इमारत के अहाते के पास खड़े लगभग आधा दर्जन वाहन भी नीचे खिसक गए और वहां स्थित झोपड़ियों पर गिर गए.

अधिकारियों ने कहा कि बचाव दल की टीम तत्काल मौके पर पहुंची लेकिन वे केवल दो नाबालिगों समेत तीन लोगों को ही बचा पाए. उनमें से ज्यादातर लोग मजदूर थे.

मृतकों में 10 पुरुष और पांच महिलाएं हैं. मलबे में फंसे अन्य लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है.

पुणे की मेयर मुक्ता तिलक ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हम बगल में स्थित इमारत में चल रहे निर्माण कार्य पर तुरंत रोक लगाने का आदेश जारी कर रहे हैं. हम मृतकों के परिजनों को भी पूरी राहत देंगे."

घटना की समीक्षा के लिए संरक्षक मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि वे पुणे के लिए रवाना हो गए हैं.

पीड़ितों और स्थानीय लोगों ने हादसे के लिए बिल्डरों और नगर निगम के कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया है, जिस पर पुणे कलेक्टरेट और पुणे नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि वे घटना की अलग-अलग जांच करेंगे.

मारे गए लोगों में से ज्यादातर निमार्णाधीन इमारतों में मजदूरी करते थे. मृतकों की पहचान सुनील सिंह, सोनाली दास, भीमा दास, दीपन शर्मा, आलोक वर्मा, मोहन शर्मा, संगीता देवी, अवदेश सिंह, अमन शर्मा, रवि शर्मा, अजीत शर्मा, राहुल शर्मा, लक्ष्मीकांत साहनी, ओवी दास के रूप में हुई है. 

(इनपुटः आईएएनएस से भी)