मदन मोहन झा ने दिया था टिकट का भरोसा, लवली आनंद ने बेटे के साथ थामा कांग्रेस का 'हाथ'
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मदन मोहन झा ने दिया था टिकट का भरोसा, लवली आनंद ने बेटे के साथ थामा कांग्रेस का 'हाथ'

लवली आनंद और उनके बेटे चेतन आनंद ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है.

लवली आनंद अपने बेटे के साथ कांग्रेस में शामिल हुई.

नई दिल्लीः कांग्रेस में बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. पटना स्थित कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के बड़े नेताओं ने लवली आनंद को सदस्यता ग्रहण कराया. बता दें कि हाल ही में लवली आनंद ने प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा से मुलाकात की थी. जिसके बाद उन्हें कांग्रेस में आने का ऑफर किया गया था. वहीं, टिकट के लिए आलाकमान से बात करने का भरोसा दिया था.

लवली आनंद ने शुक्रवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर बिहार कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद थे. उन्होंने लवली आनंद के कांग्रेस ज्वाइन करने पर खुशी जाहिर की है. इसके साथ ही लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने उन्हें सदस्यता दिलाई.

इस मौके पर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार पहले कांग्रेस का गढ़ था. आज फिर से बड़ी तादाद में सभी जाति के नेता पार्टी में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा सभी लोगों को कांग्रेस में मान-सम्मान मिलेगा. वहीं, लवली आनंद ने कहा कि कांग्रेस में बिना शर्त आई हूं, पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगी.

आपको बता दें कि लवली आनंद हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा से मुलाकात की थी. हालांकि उस वक्त इसे औपचारिक मुलाकात बताई गई थी. लेकिन मुलाकात के बाद लवली आनंद के कांग्रेस में शामिल होने की खबर आ रही थी. वहीं, मदन मोहन झा ने कहा था कि अगर लवली आनंद कांग्रेस में शामिल होना चाहती हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा. साथ ही टिकट के लिए भी आलाकमान से बात की जाएगी.

इसके बाद लवली आनंद ने कांग्रेस में शामिल होने का मन बना लिया. साथ ही उन्होंने शिवहर सीट पर अपना दावा भी ठोका था.

गौरतलब है कि लवली आनंद बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी है. आनंद मोहन गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में जेल में बंद हैं. उल्लेखनीय है कि 5 दिसंबर 1994 को उस वक्त की बिहार पीपल्स पार्टी (बीपीपी) के नेता छोटन शुक्ला की शवयात्रा के दौरान भीड़ ने गोपालगंज जिले के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. शव यात्रा में बीपीपी सुप्रीमो आनंद मोहन, उनकी पत्नी लवली आनंद पर डीएम की हत्या के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप था.