कैसे सुधरेगी बिहार पुलिस की छवि, ट्रकों से वसूली करने के लिए पहुंच गए उत्तर प्रदेश
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कैसे सुधरेगी बिहार पुलिस की छवि, ट्रकों से वसूली करने के लिए पहुंच गए उत्तर प्रदेश

बिहार पुलिस की छवि सुधारने के लिए कई काम किये जा रहे हैं. लेकिन बिहार पुलिस के कुछ जवानों की हरकतों की वजह से इनकी छवि धुमिल ही होती है.

कैमूर जिले की पुलिस वसूली करने यूपी चले गए.

कैमूरः बिहार पुलिस की छवि सुधारने के लिए कई काम किये जा रहे हैं. लेकिन बिहार पुलिस के कुछ जवानों की हरकतों की वजह से इनकी छवि धुमिल ही होती है. अगर थाने के सीमा पर किसी का शव मिले तो उसे दूसरे थाने की सीमा में बताकर पुलिस खुद को बचाना चाहते हैं. लेकिन जब जेब भरने का काम हो तो पुलिस किसी भी सीमा को पार करने के लिए तैयार रहते हैं.

ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश से सटे बिहार के कैमूर जिले में सुनने को मिला है. यहां पुलिस हाईवे पर बालू लदे ट्रकों से वसूली करने के लिए राज्य की सीमा पार कर यूपी पहुंच गई. जी हां, कैमूर जिले के दुर्गावती थाने की पुलिस अपने थाने की सीमा पार कर उत्तर प्रदेश के सैयदराजा थाना क्षेत्र में जाकर ट्रक वालों वसूली कर रही थी.

सैयदराजा पुलिस को जब ग्रामीणों ने सूचना दी तो उन्होंने एक सिपाही और गाड़ी ड्राइवर को पकड़ लिया. हालांकि बाकी सिपाही भाग खड़े हुए. ड्राइवर और सिपाही से पूछताछ के दौरान उसके पास से 1800 रुपये बरामद हुए. वहीं, ड्राइवर ने कहा कि वह संविदा पर काम कर रहा है. और उसे नहीं पता था कि दरोगा जी वाहन चेकिंग के लिए यूपी लाए थे.

सूचना जब दुर्गावती थाने के अधिकारी को मिली तो वह ड्राइवर और सिपाही को छुड़ाने के लिए सैयदराजा थाने पहुंचे. लेकिन यूपी पुलिस उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी. आठ घंटे के बाद यूपी पुलिस ने बांड भरवाकर शर्तों के आधार पर दुर्गावती थाने के ड्राइवर और सिपाही को छोड़ दिया.

पुलिस की अवैध वसूली के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि इस वजह से कई बार ट्रक वाले भागने लगते हैं और कई लोगों को कुचल देते हैं. जिसके बावजूद पुलिस वसूली करती है. दो दिनों में मोहनिया और दुर्गावती थाने क्षेत्र में 4 लोगों को कुचला गया है.