Budget 2022: गतिशक्ति योजना से बिहार के परिवहन को लगेंगे पंख, छह नए हाइवे बनने की उम्मीद
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Budget 2022: गतिशक्ति योजना से बिहार के परिवहन को लगेंगे पंख, छह नए हाइवे बनने की उम्मीद

Budget-2022: पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Road Construction Minister Nitin Navin) ने कहा कि बिहार में भारतमाला फेज-2 के तहत जो सड़कें ली जानी हैं, उनके निर्माण में इस योजना से गति आएगी.

Budget 2022: गतिशक्ति योजना से बिहार के परिवहन को लगेंगे पंख, छह नए हाइवे बनने की उम्मीद

पटनाः Budget 2022: Union Budget 2022 के बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गति शक्ति योजना (PM Gati Shakti Yojana) का जिक्र किया था. इस योजना के तहत 25000 हजार किमी एनएच के निर्माण की बात कही गई है. इस योजना के अंतर्गत बिहार की धमनियों सड़क मार्गों को भी पोषण मिलने का प्लान है. यानी कि गतिशक्ति योजना के तहत जो सड़कें या नेशनल हाइवे बनाए जाने हैं उनका असर बिहार में भी दिखेगा.

कई जिलों पर होगा सीधा असर
जानकारी के मुताबिक, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Road Construction Minister Nitin Navin) ने कहा कि बिहार में भारतमाला फेज-2 के तहत जो सड़कें ली जानी हैं, उनके निर्माण में इस योजना से गति आएगी. बिहार ने आधा दर्जन से अधिक सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव भारतमाला फेज-2 के तहत दिया हुआ है. इन सड़कों के निर्माण से बिहार के आधे से अधिक जिलों को सीधा फायदा होगा. एक-दूसरे से जुड़ते नेशनल हाइवे के जरिए पूरे बिहार में इसका असर दिखेगा.

ये रूट होगा शामिल
पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि गति शक्ति योजना से विभिन्न विभागों में आपसी समन्वय स्थापित होगा तथा लाजिस्टक के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन होगा. निर्बाध मल्टी कनेक्टिविटी का विकास होगा. इसके चलते माल ढुलाई काफी सुगम और सस्‍ती होगी. किसानों की उपज भी समय पर बाजार तक पहुंच सकेगी. भारतमाला फेज-2 के तहत जो सड़कें बनाई जानी हैं, उनमें हैं, पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे, भारत-नेपाल बार्डर सड़क, बक्सर-अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ फोरलेन, दलसिंहसराय-सिमरी बख्तियारपुर, दिघवारा-मशरख-मोतिहारी-रक्सौल फोरलेन, सुल्तानगंज-देवघर ग्रीन फील्ड, मशरख-मुजफ्फरपुर, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे, नवादा-बरौनी-झंझारपुर-लदनिया, मांझी-बरौली-बेतिया-कुशीनगर तथा कहलगांव-कुरसेला-फारबिसगंज फोरलेन.

छह नए हाइवे की उम्मीद
इन सड़कों के निर्माण से बिहार के गांव सीधे तौर पर शहरों से जुड़ेंगे और अन्य प्रदेशों के साथ कनेक्टिविटी बेहतर होगी. इससे एक तरफ तो जहां यात्रा के घंटों में कमी आएगी वहीं, किसानों की फसल, उत्पाद और श्रम भी एक-दूसरे राज्यों में आसानी से आ-जा सकेंगे. रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. बिहार के आधे से अधिक जिलों को इसका लाभ होगा. कुल मिलाकर इस योजना के तहत बिहार में छह नए हाइवे बनने की उम्मीद है.

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