शमशान में लोगों को मिल रही है 'जिंदगी की डोज', कब्रिस्तान समिति ने उठाया ये बड़ा कदम
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1012734

शमशान में लोगों को मिल रही है 'जिंदगी की डोज', कब्रिस्तान समिति ने उठाया ये बड़ा कदम

 भारत में मार्च 2020 में कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया था. तब से अब तक देश में अलग-अलग तरीके से लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है.

शमशान में लोगों को मिल रही है 'जिंदगी की डोज' (फाइल फोटो)

Gaya: भारत में मार्च 2020 में कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया था. तब से अब तक देश में अलग-अलग तरीके से लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है. देश को कोरोना मुक्त कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है. ऐसी ही एक सराहनीय पहल बिहार के गया जिले के करीमगंज कब्रिस्तान समिति ने की है. 

समिति ने कब्रिस्तान में ही टीकाकरण केंद्र लगा दिया, यहां हर तबके के सैंकड़ो लोग प्रतिदिन पहुंचकर टीकाकरण करा रहे हैं. यहां टीकाकरण केंद्र पर मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के लोग पहुंच रहे हैं और टीका लगवा रहे हैं. 

अंतिम संस्कार में आए लोगों ने लगवाई वैक्सीन

भारत कोरोना वैक्सीनेशन के जादुई आंकड़े को पार कर चुका है. गया में कोरोना टीकाकरण को लेकर जागरूकता अभियान जारी है. यहां कब्रिस्तान में लगाए गए कैंप में भी लोग काफी जागरूक दिखे. बता दे कि कब्रिस्तान  में चलाए गए इस वैक्सीनेशन अभियान में वार्ड पार्षद और कब्रिस्तान समिति के सदस्यों ने अंतिम संस्कार में उपस्थित लोगों को टीका और इसके लाभों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. 

कब्रिस्तान समिति के सदस्यों का उद्देश्य लोगों को जागरूक और अधिक से अधिक टीकाकरण कराना है और इसके फलस्वरूप पहले के अपेक्षा लोग दिन-प्रतिदिन काफी जागरूक दिखे. कब्रिस्तान समिति के सदस्यों की ये पहल काफी हद तक मील का पत्थर साबित हो रही है. 

कब्रिस्तान में जीवनदायिनी टीका

कब्रिस्तान में जीवनदायिनी टीकाकरण केंद्र गया शहर के लिए एक नई इबारत लिखने जा रहा है. जहां एक ओर मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के लोग टीका लेने कब्रिस्तान पहुंच रहे है. वहीं, कब्रिस्तान में टीका लेने वालों ने बताया कि कोरोना काल में मुस्लिम समाज के भी कई लोगो की मौत हो गई थी, जिससे सभी लोग डरे हुए थे. कब्रिस्तान के तरफ कोई देखना भी पसंद नही करता था लेकिन अब कब्रिस्तान का आलम कुछ और ही है. अब कब्रिस्तान मे लोग जीवनदायिनी टीका लेने पहुंच रहे है.

ये भी पढ़ें- धनबाद के बैंक मोड़ के कमजोर फ्लाईओवर की होगी मरम्मत, 30 सितंबर से 3 दिनों के लिए डायवर्ट किया गया रुट

लोगों ने बताया कि वो यहां अपने पूरे परिवार के साथ कब्रिस्तान में कोरोना का टीका लेने पहुंचते है. लोगों ने यह भी बताया कि कब्रिस्तान के टीकाकरण की व्यवस्था अस्पताल से भी बेहतर है.

मील का पत्थर साबित होगा टीकाकरण

कब्रिस्तान समिति के सदस्यों और वार्ड पार्षदों को उम्मीद है कि उनकी यह पहल मील का पत्थर साबित होगी.  टीकाकरण अभियान के दौरान लोग कापी खुश और जागरूक नजर आए. लोगों ने बताया कि कब्रिस्तान समिति की ये पहल सराहनीय है. 

 

Trending news