बिहार में साल 2019 की तुलना में 2020 में 13.7 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है,और दुघर्टना के कारण होने वाली मौतों में भी 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है.
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Patna: बिहार में साल 2019 की तुलना में 2020 में 13.7 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है,और दुघर्टना के कारण होने वाली मौतों में भी 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है.इस बात का खुलासा मुख्य सचिवालय सभागार में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में परिवहन मंत्री शीला कुमारी(Transport Department Minister Sheela Kumari) ने किया है.
इस बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् और स्टेक होल्डर द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं 2022 के लिए कार्य योजना पर विभागवार समीक्षा की गई. इसके साथ ही सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु वितीय प्रस्ताव पारित किये गए.
'सड़क सुरक्षा संवेदनशील विषय'
परिवहन विभाग के मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि 'सड़क सुरक्षा संवेदनशील विषय है. इस पर परिवहन विभाग द्वारा बेहतर तरीके से कार्य किये जा रहे हैं. सड़क दुर्घटना में कमी आए इसके लिए सभी विभाग को मिलकर प्रयास करना है. सड़क दुर्घटना एवं दुर्घटना के फलस्वरुप मृतकों की संख्या में कमी आये इसके लिए बिहार सड़क सुरक्षा परिषद द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किये गए हैं एवं भविष्य की योजनाएं तैयार की गई हैं'
सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास जारी
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल (Transport Secretary Sanjay Kumar Agrawal) ने कहा कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में 13.7 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है, और दुघर्टना के कारण मृत्यु में 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है'. परिवहन सचिव ने एनएचएआई को निर्देश दिया कि नियम के अनुसार हाइवे पर स्पीड लिमिट और अन्य सड़क सुरक्षा संकेतों संबंधित निशान लगाए जाएं. सड़क दुर्घटनाओं के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किए गए हैं. इसमें हर सड़क दुर्घटना का डेटा फीड किया जा रहा है और उसके आधार पर सड़क दुर्घटना के कारणों का विश्लेषण कर सुधारात्मक कार्य किये जा रहे हैं.
आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कुशल वाहन चालन प्रशिक्षण हेतु ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा है. राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रथम चरण में 460 बस स्टॉप का निर्माण किया गया है. दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में 500 अतिरिक्त एवं नगर पंचायतों में 82 बस स्टॉप का निर्माण कार्य कार्य किया जाना है, जिसमें 209 स्थलों पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है, और 109 जगहों पर निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है.
राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी (State Transport Commissioner Seema Tripathi) ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए 2020-2021 में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद द्वारा किए गए कार्य, स्टेक होल्डर द्वारा अनुपालन प्रतिवेदन और 2022 के कार्य योजनाओं पर प्रकाश डाला गया. हाईवे पर गश्ती के लिए विशेष गश्ती दल की प्रतिनियुक्ति की गई है, सड़क सुरक्षा मद से पुलिस मुख्यालय द्वारा इंटरसेप्टर व्हिकिल, बॉडी वार्म कैमरा, स्पीड रडार गन आदि की खरीद की गई है.सड़क दुर्घटना में मृत या गंभीर रुप से घायल व्यक्ति के आश्रितों को अंतरिम मुआवजा देकर उन्हें तत्काल वितीय सहायता दी जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि इसके तहत वाहन जनित सड़क दुर्घटना में किसी एक व्यक्ति की मृत्यु या गंभीर रुप से घायल होने पर भी मृतक के आश्रितों को 5 लाख रुपए और गंभीर रुप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपए मुआवजा का प्रावधान किया गया है. सड़क दुर्घटना के पीड़ितों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटन को प्रोत्साहित करने के लिए सम्मान स्वरुप 5000 रुपए दिए जा रहे हैं.
इस मौके पर परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल, गृह सचिव जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी, आईजी ट्रैफिक एमआर नायक, अपर सचिव सन्नी सिन्हा, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, उपसचिव शैलेंद्रनाथ समेत कई अधिकारी उपस्थित थे.
(इनपुट: स्वयं प्रकाश)