गोपालगंज: सूबे की सरकार सिर्फ एक कॉल पर एम्बुलेंस सेवा देने का दावा भले ही करती हो, लेकिन गोपालगंज के आईएसओ प्रमाणित सदर अस्पताल में तस्वीरे कुछ अलग बयान कर रही है. गोपालगंज में प्रसूता के घर के लोग सरकारी एम्बुलेंस के लिए फोन पर फोन मिलाते रहे, इसके बाद भी उनको सुविधा नहीं मिली. दर्द से छटपटा रही प्रसूता को घर के लोगों ने स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां से ई रिक्शा पर उसको सदर अस्पताल ले जाने का प्रबंध किया. इसी बीच अस्पताल परिसर में पहुंचते ही उसने ई रिक्शा पर बच्चे को जन्म दे दिया.


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एंबुलेंस को लगाते रहे गए कॉल
मांझागड़ प्रखंड के मिश्रवलिया गांव निवासी विजय शर्मा की पत्नी जयमाला देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिवार के लोगों ने 102 और 108 दोनों नंबरों पर फोन किया. इसके एक घंटे बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची. घरवाले कहीं से एक ई रिक्शा लेकर आये और महिला को लेकर सदर अस्पताल भागे. रास्ते में जयमाला देवी ने ई रिक्शा पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. महिला के परिजन अनिता देवी ने बताया कि फोन करने पर भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची. गर्भवती महिला की की हालत बिगड़ती जा रही थी. उसे बाइक से लेकर मांझा पीएचसी गई जहाँ एम्बुलेंस नही मिलने पर ई रिक्शा से सदर अस्पताल में ले जाने के लिए निकले. जहाँ रास्ते में महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया, जच्चा बच्चा को सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में भर्ती कराया गया.


हालत खतरे से बाहर
परिजनों का कहना है कि 102 और 108 पर फोन करने पर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची. गर्भवती महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी. उसे ई-रिक्शा से सदर अस्पताल में ले जाने के लिए घर से निकले, पर अस्पताल पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. किसी तरह मां और बच्चे का सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में भर्ती कराया गया. उन दोनों का इलाज जारी है और हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.


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