शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि की बड़ी बहन और बहनोई भी सेना में हैं. उनकी छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होनी है. जिसके लिए लेफ्टिनेंट 22 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आने वाले थे.
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Begusarai: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शनिवार को एलओसी (LOC) के पास एक रहस्यमयी विस्फोट में एक अधिकारी सहित दो जवान शहीद हो गए. इसमें बेगूसराय निवासी लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह का भी नाम शामिल है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजौरी की नौशेरा तहसील में नियंत्रण रेखा के कलाल इलाके में नियमित गश्त के दौरान रहस्यमय विस्फोट में दो जवान शहीद हो गए.
6 महीने पहले नौकरी किया था ज्वाइन
जानकारी के अनुसार, करीब 6 महीने पहले ही ऋषि रंजन सिंह ने सेना की नौकरी ज्वाइन की थी और लगभग एक महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर में उनकी पोस्टिंग हुई थी. वहीं, ऋषि रंजन सिंह के शहीद होने की जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिल रही है. लोग उनके घर परिवार के सदस्यों को ढांढसा बंधाने के लिए पहुंच रहे हैं.
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बुझ गया घर का इकलौता चिराग
लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह के पिता राजीव रंजन सिंह ने बताया कि बेटे के नहीं रहने की खबर सेना की तरफ से शनिवार शाम करीब 6 बजे फोन करके दी गई. उधर बेटे के जाने से ऋषि रंजन सिंह के पिता और मां दोनों का बुरा हाल है. पिता आंखों में आंसू लिए खुद को संभाले हुए हैं.
29 नवंबर को है बहन की शादी
बता दें कि शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि की बड़ी बहन और बहनोई भी सेना में हैं. उनकी छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होनी है. जिसके लिए लेफ्टिनेंट 22 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आने वाले थे.
दुख में भी गर्व की अनुभूति
लेफ्टिनेंट ऋषि के शहीद होने पर उनके मामा सुदर्शन सिंह ने कहा कि दो बहनों के बीच वो अकेला भाई था. घर के इकलौते चिराग के जाने से घर वाले काफी दुखी हैं. लेकिन, गर्व भी है कि देश की रक्षा में ऋषि की शहादत हुई है.
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वहीं, रक्षा प्रवक्ता ने बताया, 'नौशेरा सेक्टर में एरिया में पैट्रोलिंग के दौरान एक माइन विस्फोट हुआ, जिसमें भारतीय सेना के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई. घायल हुए अन्यों सैनिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.'
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आतंकी हमले में दो अफसरों समेत नौ सैनिक शहीद हो गए थे. माना जा रहा है कि आतंकी पुंछ के जंगलों में छिपे हुए हैं. जिसके चलते पिछले तीन सप्ताह से नौशेरा सेक्टर में सेना का अभियान चल रहा है.
(इनपुट-राजीव)