Bribe: खनन कार्यालय के दो अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग ने पकड़ा
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Bribe: खनन कार्यालय के दो अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग ने पकड़ा

Bribe: कैमूर जिले में दो अधिकारियों को खनन कार्यालय से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. निगरानी विभाग के द्वारा 30 मई को की गई छापेमारी के बाद यह मामला सामने आया है. खनन कार्यालय के अधिकारियों के द्वारा मोटर मालिकों को लगातार परेशान किया जा रहा था.

(फाइल फोटो)

Kaimur:Bribe: कैमूर जिले में दो अधिकारियों को खनन कार्यालय से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. निगरानी विभाग के द्वारा 30 मई को की गई छापेमारी के बाद यह मामला सामने आया है. खनन कार्यालय के अधिकारियों के द्वारा मोटर मालिकों को लगातार परेशान किया जा रहा था. जिसकी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी. निगरानी विभाग के द्वारा दोनों अधिकारियों को एक लाख की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. 

दो अधिकारियों को किया गिफ्तार
कैमूर जिले के जिला खनन कार्यालय मोहनिया का मामला है. जहां 30 मई को निगरानी विभाग ने जिला खनन कार्यालय मोहनिया में छापेमारी करते हुए खनन कार्यालय के अधिकारी रंजीत कुमार और परिचारी सरफुद्दीन को एक लाख रुपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक रिश्वत लेने का यह पहला मामला नहीं है. इस प्रकार के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. बताया जा रहा है कि प्रतिदिन बालू लदे ओवरलोड वाहनों को अधिकारियों के द्वारा पकड़ा जाता है. जिसके बाद मोटर वाहन के मालिकों के द्वारा जुर्माना भरते समय उनसे नियमामुसार जुर्माना हासिल किया जाता है. हालांकि इसके बाद भी अलग से उन्हें पांच से दस हजार रुपये अधिकारियों को देने पड़ते हैं. 

अवैध तरीके से वसूला जाता है जुर्माना
बताया जाता है कि बिना जुर्माना दिए अवैध तरीके से वाहनों कों निकालने के लिए मोटर मालिकों को एक से डेढ़ लाख रुपये तक अधिकारियों को घूस देनी पड़ती है. वह पैसा सरकारी राजस्व में न जाकर अधिकारियों की जेब में जाता है. जिसके बाद खनन कार्यालय के कर्मी वाहन को मोहनिया टोल प्लाजा से पार करवा देते हैं. वाहनों के मालिकों के द्वारा लगातार जिले के वरीय अधिकारियों से लेकर मंत्री तक उन्होंने खनन कार्यालय के खिलाफ शिकायत करवाई है. इसके बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई . 

सरकारी कर्मचारियों की सम्पत्ति होगी ऑनलाइन 
इस प्रकार से निगरानी विभाग के द्वारा छापेमारी के बाद खनन कार्यालय के एक अधिकारी और परिचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि इससे साफ जाहिर होता है कि जिला खनन कार्यालय मोहनिया में बालू लदे वाहनों से ट्रक मालिकों को परेशान किया जा रहा है. जिससे वे अपने खाते में अवैध संपत्ति को जमा कर रहे हैं. सरकार पारदर्शिता लाने के लिए सभी सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति ऑनलाइन करा रही है लेकिन जिले के वरीय अधिकारियों के सुस्ती के कारण भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम नहीं लगाने से जनता और वाहन मालिकों का लगातार शोषण हो ही रहा है. 

खनन मंत्री ने नहीं लिया मामले को गंभीरता से
बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक चमार कैमूर जिला पहुंचे. जिसके बाद ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश सचिव ने आवेदन देकर एक हफ्ता पहले ही जिले में भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा बालू लदे वाहनों से अवैध रूप से रिश्वत लेने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी. उन्होंने कहा था कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. खनन मंत्री द्वारा भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. जिसके बाद निगरानी विभाग की छापेमारी के बाद यह मामला पूरी तरह से सामने आया है. 

खनन पदाधिकारी ने कही ये बात
जिला खनन पदाधिकारी कार्तिक कुमार बताते हैं उनकी ड्यूटी रोहतास और कैमूर जिले में है. जहां रोहतास में 3 दिन और कैमूर में 3 दिन ड्यूटी करते हैं. कार्यालय में इस तरह की हरकतें मोटर मालिकों के साथ की जा रही है. इस प्रकार की कोई शिकायत उन्हें अभी तक नहीं मिली है. निगरानी विभाग द्वारा किए गए कार्रवाई के बाद सूचना दी गई थी कि 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न हो जिसके लिए कार्यालय में जल्द ही सीसीटीवी का प्रबंध किया जाएगा. आगे उन्होंने मोटर मालिक से अपील की और कहा कि अवैध दोहन के खिलाफ शिकायत आप मुझसे कर सकते हैं जिसके बाद अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.  

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