थावे मंदिर बनेगा सबसे बड़ा पर्यटन स्थल, डीपीआर द्वारा शुरू किया गया कार्य
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1156565

थावे मंदिर बनेगा सबसे बड़ा पर्यटन स्थल, डीपीआर द्वारा शुरू किया गया कार्य

शक्तिपीठों में शामिल गोपालगंज के थावे मंदिर का स्वरूप बदलने जा रहा है.  जिसके लिए बिहार सरकार का पर्यटन विभाग तैयारी में लगा हुआ है. पर्यटन विभाग के आदेश पर ही थावे मंदिर को नये ढंग से बनाया जायेगा. इस मंदिर को और भी अधिक दिव्य और भव्य बनाया जायेगा.

(फाइल फोटो)

Gopalganj: शक्तिपीठों में शामिल गोपालगंज के थावे मंदिर का स्वरूप बदलने जा रहा है.  जिसके लिए बिहार सरकार का पर्यटन विभाग तैयारी में लगा हुआ है. पर्यटन विभाग के आदेश पर ही थावे मंदिर को नये ढंग से बनाया जायेगा. इस मंदिर को और भी अधिक दिव्य और भव्य बनाया जायेगा. जिला प्रशासन की ओर से डीपीआर भी तैयार किया जा चुका है. इस निर्माण कार्य में लगभग दो करोड़ तक पर्यटन विभाग के द्वारा खर्च किये जायेंगे.

थावे मंदिर बिहार के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इसी के चलते राज्य सरकार इसे प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में बनाने की तैयारी कर रही है.  जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन के द्वारा मंदिर का डीपीआर भी तैयार किया जा चुका है. मंदिर की स्थिति को देखते हुऐ इसे एक भव्य पर्यटन स्थल बनाने का निर्णय लिया गया.

मंदिर के आसपास के एरिया को ठीक ढंग से तैयार किया जायेगा. मंदिर का गोल चक्कर, प्रवेश द्वार , मंदिर का पार्किंग एरिया,  मेला ग्राउंड, विवाह भवन, जंगल एरिया, मंदिर के पुलिस कंट्रोल रूम, तालाब, म्यूजियम, हनुमान मंदिर, सफारी, बच्चों के खेलने के ग्राउंड इत्यादि जैसी सभी छोटी बड़े स्थानों को वापस से बेहतर तरीके से बनाया जायेगा.

इस मंदिर में होती है सभी मनोकामनाऐं

थावे मंदिर एक बहुत बड़ा पर्यटन स्थल है. यहां पर घूमने के लिए बाकी राज्यों और साथ ही पड़ोसी देश नेपाल से भी लाखों लोग आते हैं, यह मंदिर उनके लिए एक आस्था का प्रतीक है.  प्रत्येक वर्ष लोग दर्शन के लिए आते हैं. थावे मंदिर में चैत्र रामनवमी के समय एक माह का मेला लगाया जाता है. बताया जाता है कि माता को एक भक्त के पुकारने पर वह राजा मनन सेन के नाश के लिए कामाख्या से चलकर थावे आई थी जिसके बाद वह यहीं बस गई. इसके साथ ही मान्यता है कि माता के दर्शन से सभी भक्तों की मनोकामनाऐं पूरी होती हैं.

पर्यटन मंत्री का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण विध्याचल मंदिर के आधार पर किया जायेगा. मंदिर के कोने कोने को भव्य तरीके से तैयार किया जायेगा. जिसके कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का कारण बनेगा.

ये भी पढ़िये: रांची में बनने जा रहा है भगवान जगन्नाथ के लिए नया रथ, दो साल बाद फिर होगी यात्रा

Trending news