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Kaimur: कैमूर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां कुदरा अंचल क्षेत्र के बजरकोना गांव में एक बुजुर्ग की मौत के बाद ग्रामीणों से दो गज जमीन उपलब्ध नहीं करवाई गई. जिसको लेकर ग्रामीणों ने शव को बजरकोना गांव के पास बीच सड़क पर रखकर कुदरा परसथुआ पथ पर जाम लगा दिया.
सड़क पर लगाया जाम
जाम की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर अंचलाधिकारी और कुदरा थाना प्रभारी दल बल के साथ पहुंच कर लोगों को समझाने की कोशिश की. 3 घंटे के प्रयास के बाद बजरकोना गांव के ही एक ग्रामीण ने अपने निजी क्षेत्र में शव को दफनाने और अंचलाधिकारी ने शमशान की जमीन को 2 दिनों के अंदर चिन्हित कर सीमांकन करने की बात कही. वहीं, शव जलाने से रोकने वाले व्यक्ति द्वारा बताया जा रहा था की जिस जमीन पर शव जलाया जा रहा है उसे चकबंदी में लोगों के हिस्से में डाल दिया गया था और श्मशान की जगह दूसरी है. कहा कि जहां शमशान की जगह है वहीं पर ले जाकर शव को जलाया जाए.
शमशान की जमीन को चिन्हित कर
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि बजरकोना गांव के ही लगभग 80 साल के रहे वृद्ध रूपा पासवान की मौत हो गई. पहले से जहां शव को जलाया जा रहा था वहीं पर शव को जलाने के लिए जब लोग लेकर चले तो वहां के ग्रामीण द्वारा विरोध किया गया. ग्रामीणों ने कहा कि यह निजी जमीन है आप श्मशान में शव जलाइए. जिसके बाद उनके परिजनों द्वारा शव को गांव के पास सड़क पर रखकर जाम लगा दिया गया. सभी ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन शमशान की जमीन को चिन्हित कर सर्वजनिक करें जिससे कि शव जलाने में कभी किसी को परेशानी न हो.
अंचलाधिकारी कुदरा पंकज कुमार ने बताया शमशान के जमीन को लेकर विवाद था जहां लोगों को शव जलाने गांव के लोगों द्वारा ही नहीं दिया जा रहा था. लोगों को समझा-बुझाकर निजी जमीन में शव को जला दिया गया . वहीं, जो शमशान की जमीन है उसकी मापी करा कर बहुत जल्द अलग करा दिया जाएगा.
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