आयुर्वेद की तरफ बढ़ा बिहार, राज्य के अस्पतालों में होगी 3270 आयुष चिकित्सक की नियुक्ति
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1125289

आयुर्वेद की तरफ बढ़ा बिहार, राज्य के अस्पतालों में होगी 3270 आयुष चिकित्सक की नियुक्ति

बिहार में देसी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए नीतीश सरकार जल्द ही आयुष चिकित्सक की नियुक्ति करने जा रही है. नीतीश सरकार पिछले काफी समय से देसी चिकीत्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसको लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर का काम भी चल रहा है.

(फाइल फोटो)

Patna:बिहार में देसी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए नीतीश सरकार जल्द ही आयुष चिकित्सक की नियुक्ति करने जा रही है. नीतीश सरकार पिछले काफी समय से देसी चिकीत्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसको लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर का काम भी चल रहा है. राज्य सरकार यूनानी पद्धति को बढ़ावा देने के लिए चिकित्सा और शिक्षा पर काफी तीव्रता से काम कर रही है. ऐलोपैथिक,आयुर्वेदिक,होम्योपैथिक,योगा और सिद्धा ये सभी यूनानी चिकित्सा की प्राचीन पद्धति है जिसे सरकार आगे बढ़ाना चाहती है.

3270 आयुष चिकित्सा पदाधिकारी की होगी नियुक्ति

इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि अगले 45 दिनों के अंदर लगभग 3270 आयुष चिकात्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति की जायेगी. जिससे संपूर्ण चिकित्सा पद्धति को एक मजबूती हासिल होगी. स्वास्थ्य मंत्री ने तारा मंडल में एसोसिएशन ऑफ यूनानी फिजिशियन बिहार द्वारा आयोजित छठे विश्व यूनानी दिवस और कैंसर के प्रति जागरूकता कार्यक्रम पर यह बातें कहीं.

मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 के केंद्र में आयुष मंत्रालय का गठन किया और यूनानी पद्धति को जोड़ा. बिहार में इसके लिए 2018 में आयुष मिशन बनाया गया. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसकी लगातार निगरानी कर रहे हैं. साथ ही साथ नए भवन और संसाधनों के लिए राशि भी मुहैया करवा रहे हैं. 1926 में पटना में स्थापित राजकीय तिब्बी कॉलेज में भवन के लिए 15 करोड़ रुपये आवंटित करने की भी जानकारी दी.

UG और  PG की बढ़ाई गई सीटें

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि यूजी और पीजी सीटों की संख्या भी बढ़ाई गई है और 20-21 के सत्र में यूजी (अंडर ग्रेजुएट) सीटों की संख्या बढ़ाकर 125 कर दी गई है, जो कि देश में सर्वाधिक है. इसके अलावा पीजी (पोस्ट ग्रजुएट) के 31 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति भी दी गई और कैंसर की रोकथाम और उसके समुचित इलाज के लिए भी स्वास्थ्य विभाग निरंतर काम कर रहा है.

मौके पर मंगल पांडेय ने यूनानी शिक्षा के छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत करने के साथ-साथ शोविनियर का भी विमोचन किया. कार्यक्रम में प्रो. श्री ज़ुल्किफ्ल एन आई यूएम बैंगलोर, डॉ. मुहम्मद अंजार आलम, डॉ अरविंद कुमार, डॉ. रियाज अहमद एवं डॉ तनवीर अब्दुल मजीद, डॉ. शफात करीम ,सचिव डॉ. खालिद इकबाल ,समन्वयक डॉ. अब्दुल्ला अंसारी डॉ. खुर्शीद आलम अंसार और डॉ. मुहम्मद मसरूर हसन कासमी समेत अन्य यूनानी डॉक्टर मौजूद थे.

ये भी पढ़िये:-LPG Cylinder: होली पर घर का खाना होगा सस्ता, सिर्फ 634 रुपये में बुक करें गैस सिलेंडर

Trending news