'नहाय-खाय' के साथ आज से छठ महापर्व की शुरुआत, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
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'नहाय-खाय' के साथ आज से छठ महापर्व की शुरुआत, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

 आज से चार दिनों तक लगातार छठ महापर्व चलेगा. सुबह ले ही गंगा घाट पर व्रतियों की भीड़ डुबकी लगाने के लिए उमर रही है. 

 एनडीआरएफ की पांच टीम पटना में और 9 टीमें पूरे बिहार में मौजूद है. (फाइल फोटो)

पटना: छठ महापर्व की आज नहाय खाय के साथ शुरूआत हो गई है. आज से चार दिनों तक लगातार छठ महापर्व चलेगा. सुबह ले ही गंगा घाट पर व्रतियों की भीड़ डुबकी लगाने के लिए उमर रही है. नहाय-खाय के मौक पर व्रती महिलाएं शुक्रवार को नहाकर पूजन करती हैं, इसके बाद पवित्रता से शुद्ध शाकाहारी कद्दू, चने की दाल, चावल आदि से बना प्रसाद ग्रहण करती हैं.

छठ को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह से तैयारियां कर रखी है. वहीं, घाटों को भी सजाने के काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यह एक ऐसा पर्व है जिसमें ना पंडित और ना पैसे की जरूरत पड़ती है. जरूरत पड़ती है तो सिर्फ आस्था की. यह लोगों की आस्था ही है कि सभी जानते हैं कि गंगा का क्या हाल है लेकिन पटना में छठ व्रतियां गेहूं धोते नजर आई ताकि खरना का प्रसाद इससे बनाया जा सके. 

प्रदेश में सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं. गंगा नदी में गहराई को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई है. एनडीआरएफ की पांच टीम पटना में और 9 टीमें पूरे बिहार में मौजूद है. साथ ही 70 से ज्यादा नाव लगाया है और तीन जगहों पर मेडिकल कैंप लगाए हैं और साथ ही रिवर एंबूलेंस भी लगाए हैं ताकि जल्द से जल्द मेडिकल सुविधा कराया जा सके. 

आज नहाय खाय के बाद 12 नवंबर को खरना होगा जिसमें छठ के व्रती लोग पूरा दिन अखंड उपवास रखेंगे और शाम को खीर का प्रसाद ग्रहण करते हैं. 13 दिसंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 14 दिसंबर को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा को संपूर्ण करेंगे.