बाढ़ प्रभावितों का खजाने पर पहला हक, सीधे खाते में भेजे जाएंगे 6 हजार रुपए : नीतीश कुमार
विधानसभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि नेपाल में अधिक बारिश होने की वजह से स्थिति खराब हुई है. कमला बलान के जल अधिग्रहण क्षेत्र में ज्यादा बारिश हुई.
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पटना : बिहार में जारी बाढ़ के कहर के बीच आज यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 14 जुलाई को उन्होंने दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ और मोतिहारी का सर्वे किया. लगभग ढ़ाई घंटे तक अधिकारियों के साथ इन इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके अगले दिन यानी 15 जुलाई को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का लगभग चार घंटे तक जायजा लिया.
सीएम ने बिहार विधानसभा में बताया कि चूनापुर एयरपोर्ट पर उन्होंने बाढ़ को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक भी की. साथ ही पूर्णिया आयुक्त समेत सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए. इससे पहले बाढ़ पूर्व की तैयारियों को लेकर 6 जुलाई को बैठक की थी. 12 और 14 जुलाई को विस्तृत समीक्षा भी की.
Bihar Chief Minister Nitish Kumar on #BiharFloods: 26 teams of SDRF & NDRF teams have rescued around 1,25,000 people safely from flood affected areas. 199 relief camps have been set up, 676 community kitchens have been set up, more such steps will be taken. https://t.co/abFwKmexTN
— ANI (@ANI) July 16, 2019
विधानसभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि नेपाल में अधिक बारिश होने की वजह से स्थिति खराब हुई है. कमला बलान के जल अधिग्रहण क्षेत्र में ज्यादा बारिश हुई. झंझारपुर में 54.54 मीटर तक पानी पहुंच गया. बागमती के जल ग्रहण क्षेत्र में भी बहुत बारिश हुई, जिसके कारण से 73 मीटर तक पानी पहुंच गया. जो पहले के जलस्तर से 40 सेंटीमीटर ज्यादा था.
उन्होंने कहा कि लालबकेया में पानी की वजह से सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण में बाढ़ आयी है. परमान, बकरा और कनकई की वजह से अररिया में भी बाढ़ आयी है. महानंदा नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है. बचाव कार्य की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक एक लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. 12 जिलों के 78 प्रखंड के 550 पंचायतों में बाढ़ का पानी है. अब तक 25 लोगों की मौत की जानकारी भी उन्होंने दी है. 25 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है. पशुओं के चारे के लिए भी निर्देश दिए गए हैं.
नीतीश कुमार ने सदन में जानकारी देते हुए कहा कि हर जिले नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. आज भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे हो रहा है. 537 सड़क बाढ़ से खराब हुई है. उन्होंने इसकी संख्या में इजाफा होने की संभावना जतायी. सीएम ने कहा कि पानी के उतरते ही इन सड़कों को चलने योग्य बनाया जाएगा. बाढ़ राहत के तहत सभी जिलों को राशि उपलब्ध करायी गयी. उन्होंने इस बात को दोहराया कि बाढ़ प्रभावितों का खजाने पर सबसे पहला हक है. उन्होंने कहा कि अब सीधे प्रभावितों के खाते में 6 हजार की राशि दी जाएगी.
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