Munger में कोऑपरेटिव बैंक कर्मियों ने दिया धरना, अस्थायी कर्मियों को स्थायी करने की रखी मांग
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Munger में कोऑपरेटिव बैंक कर्मियों ने दिया धरना, अस्थायी कर्मियों को स्थायी करने की रखी मांग

Munger: इस धरने में फेडरेशन के सचिव अध्यक्ष बिहार यूनियन के संयुक्त उपसचिव  विपिन कुमार एवं बैंक के तमाम कर्मचारी पदाधिकारी उपस्थित थे. सभी मागों को नहीं माना गया तो बिहार को ऑपरेटिव बैंक एंप्लाईज फेडरेशन यूनिट 8 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगें.

बिहार को ऑपरेटिव बैंक एंप्लाईज फेडरेशन यूनिट ने 9 मांगों को लेकर एक दिन का धरना दिया. (फाइल फोटो)

Munger: बिहार कोऑपरेटिव बैंक एंप्लाईज फेडरेशन (Bihar Cooperative Bank employees federation) यूनिट ने 9 मांगों को लेकर एक दिन का धरना किया गया. यह धरना मुंगेर मुख्यालय स्थित मुंगेर जमुई सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक कार्यालय के पास दिया गया. धरना पर बैठे सदस्यों ने कहां की हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 8 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए हम बाध्य हो जाएगे.  

इस हड़ताल से होने वाली अर्थिक नुकसान और बैंक ग्राहक, किसानों खाताधारकों को होने वाली परेशानी के लिए बैंक प्रबंधन जिम्मेदार होंगे.

बिहार सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक एंप्लाइज फेडरेशन (Bihar Cooperative Bank employees federation) के अध्यक्ष प्रभाकर सिंह आज सदस्यों के साथ किला परिसर स्थित मुख्यालय मुंगेर-जमुई सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के कार्ययालय पहुंचे. अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया और कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धान अधिप्राप्ति कार्य बाधित नहीं हो इसके लिए प्रबंधन को वार्ता के लिए समय भी दिया गया था. पर प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के कारण हड़ताल और धरना करना पड़ रहा है.

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उन्होंने कहा कि किसानों का कार्य बाधित होगा और इसका फेडरेशन को खेद है. बैंक प्रबंधन का नकारात्मक रुख के कारण एक दिवसीय धरना हड़ताल का कार्यक्रम किया गया है.

उन्होंने कहा, 'हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 8 फरवरी से हम सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगें. हमारी प्रमुख मांग है की नवंबर 2007 से नया वेतनमान लंबित है. वही बिहार के सभी कोऑपरेटिव बैंकों में लागू कर दिया गया है और सिर्फ हमारे यहां यूनिट मुंगेर में लंबित है.

दूसरी मांग में वेतन विसंगति दूर करना है तथा इसमें कुछ नए कर्मी को पुराने कर्मी से काफी अधिक वेतन का भुगतान किया जा रहा है जिससे विसंगति उत्पन्न हुआ है इसे दूर करना है. हमारी तीसरी प्रमुख मांग है की अस्थाई कर्मी को स्थाई करना जिसे लंबे समय से अस्थाई कर्मी बैंक की सेवा कर रहे हैं. पर इन्हें स्थाई नहीं किया गया है उन्हें अस्थाई करना है.

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चौथी मांग है की कर्मचारी को अवश्यकता अनुसार ऋण उपलब्ध कराना होगा. साथ ही प्रबंधन के निर्देश पर माइग्रा का समायोजन किया परंतु ऑडिटर के गलत मानसिकता के कारण अनिमियता का आरोप लगाया गया है जिसे प्रबंधन द्वारा प्राथमिकी दर्ज करा दिया गया है.'

बता दें कि इस धरने में फेडरेशन के सचिव अध्यक्ष बिहार यूनियन के संयुक्त उपसचिव विपिन कुमार एवं बैंक के तमाम कर्मचारी पदाधिकारी उपस्थित थे. सभी मागों को नहीं माना गया तो बिहार कोऑपरेटिव बैंक एंप्लाईज फेडरेशन यूनिट 8 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगें.

(इनपुट-प्रशांत कुमार)