Patna Crime News: आवेदन में महिला दारोगा ने लिखा है कि एक दिन उन्होंने मुझे अपने क्वार्टर पर बुलाया. जब मैं वहां पहुंची तो मुझे उन्होंने कॉफी पीने को दिया. मैंने कॉफी पीने से आनाकानी की तो मुझपर सीनियर होने का दवाब बनाते हुए कॉफी पीने के लिए कहा.
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Patna Crime News: बिहार की राजधानी के एक थाना के इंस्पेक्टर पर महिला दारोगा ने जबरन यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. महिला दारोगा ने एससी-एसटी थाना में इंस्पेक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है. उन्होंने थाना में दिए गये आवेदन में लिखा है कि इंस्पेक्टर मुझे जबरन अपने क्वार्टर में बुलाते थे और मेरे साथ गलत काम करते थे. साथ ही यह भी धमकी देते थे कि अगर किसी से यह बात कहोगी या मेरी बात नहीं मानोगी तो तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा. मामला दर्ज कर लिया गया है.
ट्रांसफर होते ही महिला दारोगा ने कराया मामला दर्ज
मामला पटना जिले के एससी-एसटी में दर्ज किया गया है. थाना में दिए गये आवेदन में महिला दरोगा का कहना है कि वह मुजफ्फरपुर जिले के गोबरसही की रहने वाली है. वर्तमान में वह जक्कनपुर थाना में पदस्थापित थी. वहां सुदामा प्रसाद सिंह इंस्पेक्टर थे. सुदामा प्रसाद सिंह का कार्यकाल 1 नवंबर 2021 से 30 जनवरी 2024 तक रहा, लेकिन उनके ट्रांसफर होते ही महिला दारोगा ने उनपर यौन शोषण का मामला दर्ज करा दिया. इस संबंध में एससी-एसटी थाना के थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि 1 फरवरी को मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
अनुसूचित जाति होने के कारण किया मेरा यौन शोषण
आवेदन में महिला दारोगा ने लिखा है कि चूंकि मैं अनुसूचित जाति से हूं इसलिए थाना अध्यक्ष सुदामा कुमार सिंह मुझे ड्यूटी और अन्य कार्य के निष्पादन में मुझे विभिन्न तरह से प्रताड़ित करते थे. मुझे थाना परिसर स्थित अपने आवास पर आने के लिए दवाब बनाते थे. साथ ही वह यह भी कहते कि मेरे कहे अनुसार अगर काम नहीं करोगी या मेरी बात नहीं मानी तो तुमको काम में लापरवाही के आरोप में निलंबित करवा देंगे. वह यह भी धमकी देते थे कि मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है. उन्होंने कई बार इस बात का जिक्र किया कि मेरी पहुंच यहां के पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ अन्य पुलिस अधीक्षक से भी है, इसलिए जैसा कहता हूं वैसा करो.
क्वार्टर पर कॉफी पिलाकर किया बेहोश, फिर लूट ली अस्मत
आवेदन में महिला दारोगा ने लिखा है कि एक दिन उन्होंने मुझे अपने क्वार्टर पर बुलाया. जब मैं वहां पहुंची तो मुझे उन्होंने कॉफी पीने को दिया. मैंने कॉफी पीने से आनाकानी की तो मुझपर सीनियर होने का दवाब बनाते हुए कॉफी पीने के लिए कहा. मैं वरीय पदाधिकारी के आदेश को नहीं टाल सकती थी. इसलिए मुझे कॉफी पीनी पड़ी. कॉफी पीते ही मैं बेहोश हो गई और जब होश आया तब मेरा सबकुछ खत्म हो चूका था. मैं उनके पलंग पर निर्वस्त्र थी. मैं अपने आपको इस अवस्था में देखकर रोने लगी.
आरोपी थानाध्यक्ष वीडियो बनाकर करने लगे ब्लैकमेलिंग
आवेदन में महिला दारोगा ने लिखा है कि मुझे बेहोश कर के मेरे साथ उन्होंने गलत काम तो किया ही, लेकिन साथ ही साथ उन्होंने अश्लील वीडियो भी बना लिया. अब मुझे वीडियो का हवाला देकर मेरे साथ यौन शोषण करने लगे. मेरे मना करने पर वह उस वीडियो को मेरे पति को दिखा देने की धमकी देने लगे. वह मुझे सस्पेंड करने की भी धमकी देते थे. इसलिए उनके इशारों पर घुमने के लिए मैं मजबूर हो गई थी. अपनी नौकरी को बचाने के लिये मैं वह सब झेलने के लिए मजबूर थी.
मारपीट करने से हुआ मेरा गर्भपात
आवेदन में महिला दारोगा ने लिखा है कि उनके रोजन के इस काम की वजह से मैं गर्भवती हो गई. पीड़िता का कहना है कि 15 सितंबर 2023 को सुदामा सिंह ने मेरे पेट पर इतना जोर से मारा कि मेरा गर्भपात हो गया. उन्होंने कहा कि उस गर्भपात के सारे कागजात मेरे पास उपलब्ध हैं.
जान से मारने की भी मिलती थी धमकी
पीड़िता का कहना है कि मेरे साथ गर्भपात करने और यौन शोषण का कारण भी यही था कि मैं दबे वर्ग अनुसूचित जाति से हूं. आरोपी थानाध्यक्ष सुदामा प्रसाद सिंह मुझे धमकी देता था कि तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती हो. पीड़िता ने बताया कि जब मैं सुदामा कुमार सिंह को अश्लील वीडियो और फोटो डिलीट करने कहती तो वह मुझे नौकरी और जान की धमकी देकर चुप करा देते थे.
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महिला आयोग से भी लगाया है गुहार
पीड़िता ने एससीएसटी थाना और महिला आयोग दोनों से इंसाफ की गुहार लगाई है. एससीएसटी थाना के थानाध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट: प्रकाश कुमार सिन्हा