बिहार: CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश, जांच में हुआ खुलासा
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बिहार: CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश, जांच में हुआ खुलासा

सीआरपीएफ जवान ने पत्नी के साथ मिलकर अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रची. हालांकि, पुलिस ने 5 दिन के अंदर सीआरपीएफ जवान को बरामद कर मामला सुलझा लिया. 

पुलिस ने सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार कर लिया.

कैमूर: बिहार के कैमूर में सीआरपीएफ जवान ने पत्नी के साथ मिलकर अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रची. हालांकि, पुलिस ने 5 दिन के अंदर सीआरपीएफ जवान को बरामद कर मामला सुलझा लिया. 

दरअसल, घटना नुआंव थाना क्षेत्र की है. यहां बक्सर निवासी सीआरपीएफ जवान राजदेव गुप्ता की पत्नी ने थाने में आवेदन देकर गुहार लगाई कि मायके छोड़ने के दौरान मेरे पति का हथियारबंद स्कार्पियो सवार अपराधियों ने अपहरण कर लिया.

इसके बाद शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो अपहरण का साजिश रचे सीआरपीएफ के जवान को सकुशल पटना से कैमूर आने के दौरान ट्रेन से बरामद कर लिया. जवान की बरामदगी के बाद पुलिस ने कहा कि सीआरपीएफ जवान अपने पिता से ली हुई कर्ज की राशि को झुकाने के लिए झूठी साजिश रची थी.

वहीं, कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने कहा कि नुआंव थाने में एक अपहरण का आवेदन आया था. इसमें कहा गया कि सीआरपीएफ जवान अपनी दिव्यांग पत्नी को मायके छोड़ने जा रहा था कि तभी हथियार बंद अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया. 

इसके बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला की जवान आंध्र प्रदेश में नौकरी करता था और उसने अपहरण की झूठी साजिश रचा था. साथ ही जिस मामले में पुलिस तहकीकात कर रही थी वह एक महीने की पहले की घटना है और फिर अब अपहरण की बात बताई गई थी जो सरासर गलत था.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि पत्नी से उसकी लगातार फोन पर बात हो रही थी और जब इसका लोकेशन खंगाला गया तो वह प्रतिदिन ट्रेन के माध्यम से सफर कर रहा था. अंत में इसको पटना से आने के दौरान पकड़ लिया गया है.

एसपी ने कहा कि जवान ने बताया कि उसके ऊपर दस लाख रूपए कर्ज था. उसने कहा कि उसके पिता तीस लाख रुपए की जमीन बेचे हुए थे, उसी पैसों से कर्ज देने के लिए योजना बनाया था और अपहरण की झूठा साजिश रच कर उनसे पैसा लेने की बात बता रहा है.