सीतामढ़ी: बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश के तहत शिवहर जिले में प्रशिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की गई है. शैक्षणिक सत्र 2024-25 में ई-शिक्षा कोष पर विद्यार्थियों का डेटा शत-प्रतिशत प्रविष्टि (फ्रेश एंट्री) करने का आदेश दिया गया था. इसका पालन न करने वाले सभी प्रधानाध्यापकों, प्रभारी प्रधानाध्यापकों, कम्प्यूटर शिक्षकों और कम्प्यूटर प्रशिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने अगले आदेश तक वेतन रोकने का आदेश जारी किया है.


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शिक्षा विभाग के अनुसार जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी विद्यार्थियों का प्रोफाइल डाटा एंट्री 15 जून 2024 तक पूरा करना आवश्यक है. ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर बच्चों के प्रोफाइल का डेटा एंट्री शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने का आदेश भी जारी किया गया है. 28 मई को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र जारी कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों, प्रखंड परियोजना प्रबंधकों, प्रधानाध्यापकों, प्रभारी प्रधानाध्यापकों और सरकारी व सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों को इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया था.


जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने 30 मई 2024 को पत्रांक 798 में पत्र जारी कर शिवहर जिले की डेटा प्रविष्टि संतोषजनक नहीं होने पर नाराजगी जताई थी और स्पष्टीकरण मांगा था. उन्होंने निर्देश दिया था कि 31 मई को शाम 4 बजे तक कम से कम 60% बच्चों का डेटा एंट्री हो जाए, अन्यथा सभी का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया जाएगा. 31 मई 2024 को पत्रांक 804 के तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि निर्देशों का पालन नहीं किया गया और न ही कार्य पूरा किया गया. इस कारण सभी प्रधानाध्यापक, कम्प्यूटर शिक्षक, और कम्प्यूटर प्रशिक्षक का एक दिन का वेतन काटते हुए शत-प्रतिशत प्रविष्टि होने तक सभी का वेतन रोक दिया गया है. यह कार्रवाई कार्य में उदासीनता और उच्च अधिकारी के आदेश की अवहेलना करने के कारण की गई है.


साथ ही बता दें कि शिवहर जिले में शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को विद्यार्थियों का डेटा समय पर एंट्री करने में विफलता पर कड़ी सजा दी गई है, ताकि भविष्य में सभी अपने कार्य के प्रति सजग रहें और आदेशों का पालन करें.


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