बिहार के बेगूसराय से 6 मजदूर मजदूरी करने के लिए एक साथ ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसे में शिकार होकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जख्मी हालत में चार युवक को बेगूसराय सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां इलाजरत है.
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बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय से 6 मजदूर मजदूरी करने के लिए एक साथ ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसे में शिकार होकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जख्मी हालत में चार युवक को बेगूसराय सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां इलाजरत है. इस हादसे की जानकारी परिजनों को मिली तो परिजनों में हाहाकार और कोहराम मच गया.
सभी जख्मियों में मुफस्सिल थाना की चिलमिल पंचायत के हरदिया गांव निवासी मो. आफताब का 18 वर्षीय पुत्र मो. नसरूल्लाह, मो. हारूण का 23 वर्षीय पुत्र मो. हैदर और मो. कौशर का 18 वर्षीय पुत्र मो. आलिया के अलावा चिलमिल गांव निवासी मो. अख्तर का पुत्र मो. रहमुल्लाह और मो. रुस्तम का पुत्र मोहम्मद अखलाक शामिल है.
घायल मजदूर ने बताया कि बेगूसराय से बरौनी स्टेशन पर से गंगासागर एक्सप्रेस ट्रेन से पकड़कर हावड़ा गए थे. हावड़ा से ट्रेन पकड़ कर शालीमार गए थे. शालीमार से ट्रेन पकड़कर चेन्नई एक्सप्रेस चेन्नई जा रहे थे. तभी अचानक भीषण रेल हादसा रास्ते में ही हो गया गया. उसने बताया कि जब हादसा हुआ था. उस समय ऐसा दृश्य था जो कि चारों तरफ लाशें ही लाशें नजर आ रही थी. कुछ समझ में नहीं आ पा रहा था कि क्या कर पाए.
मजदूर ने आगे बताया कि जिस ट्रेन में हम लोग सवार थे उस ट्रेन की बोगी तकरीबन 6 पलटी खाई और उस ट्रेन के अंदर जो भी व्यक्ति थे. सभी मौतें को गला लगा चुके थे और यह मौत का मंजर देखकर मुझे कुछ समझ में नहीं आ पा रहा था कि हम क्या कर सके. उन्होंने बताया कि उस बोगी में बच्चे की मौत और लाश देखकर कुछ देर के लिए हम लोग भी बेहोश हो गए हैं. जिस बोगी में हम लोग थे उस बोगी में तकरीबन सभी यात्री की मौत हो चुकी थी और किसी तरह ट्रेन का शीशा तोड़कर हम लोग बोगी से बाहर निकले. वहां पर जो सरकारी व्यवस्था इलाज के लिए होना चाहिए था, लेकिन वहां सरकारी व्यवस्था इलाज के लिए उस जगह नहीं था. जिसके कारण मुझे अपने गांव लौट कर इलाज करवाया था.
आखिरकार गांव के लोगों ने चंदा कर वहां से 36 हजार रुपये देकर एंबुलेंस बुक कराई और बेगूसराय लाए. जहां सदर अस्पताल में चारों ओर घायल व्यक्तियों का इलाज चल रहा है. बेगूसराय से 6 मजदूर मजदूरी करने के लिए चेन्नई जा रहे थे. तभी रास्ते में रेल भीषण हादसा हो गया. दो व्यक्ति का इलाज उसी जगह हो रहा है.
बताया जा रहा है कि ये लोग काम की तलाश में चेन्नई जा रहे थे. चिलमिल ग्राम कचहरी के सरपंच प्रतिनिधि मो आजाद ने बताया कि ये लोग मजदूरी की तलाश में सभी चेन्नई जा रहे थे और हरदिया व चिलमिल गांव से सभी एक साथ मजदूर पहले बरौनी स्टेशन पहुंचे थे. बरौनी स्टेशन पर गंगासागर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर हावड़ा पहुंचे थे. फिर हावड़ा ट्रेन पर सवार होकर चेन्नई जा रहे थे कि रास्ते में ट्रेन हादसे के शिकार हो गये. गनीमत रही कि इस रेल हादसे में सैकड़ों मौत के बीच जख्मी हो गए लेकिन जान बच गई.
जख्मी ने बताया कि हावड़ा से ट्रेन में सवार होकर 5 घंटे सफर ही किया था कि अचानक ट्रेन ने झटका दिया और देखते ही देखते ट्रेन पलट गई. उसने बताया कि किसी तरह खिड़की के दरवाजे तोड़कर बोगी से बाहर निकला और सभी अपनों को ढूंढने में लगे रहे जहां 6 मजदूरों में 4 मिल गए, लेकिन घंटो ढूंढने के बाद पता चला कि गंभीर रूप से दो जख्मी मित्र को स्थानीय एंबुलेंस के द्वारा इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.
इनपुट- जितेंद्र चौधरी
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