Dhanbad: विधवा को डायन बता कर पीटा, घर से निकाला, मामला दर्ज
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Dhanbad: विधवा को डायन बता कर पीटा, घर से निकाला, मामला दर्ज

झारखंड में डायन बताकर महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामला पाकुड़ जिले का है.

 

विधवा को डायन बता कर पीटा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में विधवा को डायन बता कर उसकी पिटाई करने और घर से निकालने के सिलसिले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है.

  1. 28 फरवरी को की गई थी महिला की पिटाई
  2. आठ लोगों के खिलाफ किया गया मामला दर्ज

शिकायत के आधार पर पुलिस ने बताया कि महिला 28 फरवरी की सुबह अपने घर में अकेली बैठी थी तभी गाँव के ठकरान हेम्बरम, गजन सोरेन, रसका मुरमू सहित आठ लोग लाठी-डंडे लेकर उसके घर में घुस गए और डायन बताकर उसकी पिटाई करने लगे.

घर में लूटपाट भी की

पुलिस ने दर्ज शिकायत के मुताबिक, मारपीट के बाद लक्ष्मी हेम्बरम और मुसुदी मरांडी घर में रखे पीएम आवास योजना के नकद दस हजार रुपये तथा चांदी की चेन लेकर भाग गए.

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एसडीपीओ, महेशपुर नवनीत एंथोनी हेम्बरम ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों को हर हाल में सजा दिलायी जाएगी.

नहीं रुक रहा महिलाओं पर अत्याचार

झारखंड में डायन बताकर महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. एक आंकड़े के मुताबिक 2015 से अक्तूबर 2020 तक राज्य में डायन बिसाही के आरोप में 211 महिलाओं की हत्या की गयी है.

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झारखंड पुलिस के रिकाॅर्ड में वर्ष 2015 से अक्तूबर 2020 तक 4,658 डायन अधिनियम से जुड़े मामले विभिन्न जिलों के थानों में दर्ज किये गये हैं.

गौरतलब है कि इस सामाजिक कुरीति को खत्म करने के लिए राज्य में ‘डायन प्रथा प्रतिरोध अधिनियम-2001’ बना हुआ है, लेकिन कड़ाई से इसका पालन नहीं होता.

इनपुट-एंजेसी