बोकारो: World Environment Day पर सैंड आर्टिस्ट ने बनाई ऐसी आकृति, देखकर लोग बोले-'वाह'
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बोकारो: World Environment Day पर सैंड आर्टिस्ट ने बनाई ऐसी आकृति, देखकर लोग बोले-'वाह'

Bokaro Samachar: अजय शंकर महतो ने बोकारो में दामोदर नदी के किनारे इस बार का विश्व पर्यावरण दिवस पर अपनी चित्रकारी पेश की है.

 

बोकारो में सैंड आर्टिस्ट ने बनाया आकर्षक आकृति

Bokaro: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बोकारो के सेंड आर्टिस्ट अजय शंकर महतो ने बालू से बेहद आकर्षक आकृति बनाया है. अजय ने बोकारो के चंदनकियारी में दामोदर नदी के किनारे इस बार का विश्व पर्यावरण दिवस पर अपनी चित्रकारी से कुछ खास बताने का प्रयास करते हुए यह आकर्षक आकृति बनाया है. 

दरअसल, कोरोना के समय लोगों को ऑक्सीजन की कमी का हुआ एहसास हुआ. कोरोना महामारी ने यह जरूर बता दिया है कि जीवन के लिए ऑक्सीजन कितना महत्वपूर्ण है. ऑक्सीजन के बिना सांसों की डोर टूट भी सकती है और इस कोरोना महामारी के समय कई ने तो ऑक्सीजन के बिना दम तोड़ भी दिया.

यही वजह है कि सिलेंडरों की मारामारी और ऑक्सीजन की आपाधापी के बीच लोगों को जागरूक करने के लिए अजय ने पर्यावरण में पेड़ों के महत्व को बताने का प्रयास किया है. इस विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर कुछ अलग संदेश देने के लिए अजय शंकर ने बालू पर पर्यावरण के महत्व को उकेरने का प्रयास किया है. 

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सैंड आर्टिस्ट अजय शंकर महतो लोगों को जागरूक करने के लिए अक्सर इस तरह की कलाकृति बनाते रहते हैं. लेकिन, इस महामारी में जिस तरह से लोग ऑक्सीजन के लिए परेशान हो गए थे. ऐसे में इस बार अजय की कलाकृति और भी खास हो जाता है.

गौरतलब है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए लोग भी कम जिम्मेदार नहीं हैं क्योंकि पेड़ की अंधाधुंध कटाई और जंगल साफ होने से कहीं ना कहीं पर्यावरण को क्षति पहुंचा है और उससे लोग प्रभावित हुए हैं. यही वजह है कि कलाकार अजय ने हमें कला से पर्यावरण को बचाने की नसीहत दी है.

(इनपुट- मृत्युंजय मिश्रा)

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