पुलिस अधीक्षक दुमका ने मुखिया हत्याकांड के खुलासा करते हुए कहा कि मामले का उद्भेदन पुलिस द्वारा 72 घंटे के अंदर किया गया जिसमें घटना के बाद एसडीपीओ जरमुण्डी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया. पुलिस अनुसंधान में आपसी रंजिश के कारण मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्त्या की गई.
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दुमका: दुमका पुलिस ने हंसडीहा थाना क्षेत्र के जलवे गांव के पास बड़ेत पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू हत्याकांड का मामला 72 घंटे के अंदर सुलझा ली है. मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने हंसडीहा मुखिया समेत 5 आरोपी को गिरफ्तार किया है. जिसमें 2 महिला आरोपी शामिल है. पुलिस ने हत्त्या में इस्तेमाल किये गये पिस्टल समेत, खाली कारतूस का खोखा एक मोटसाइकिल और 6 मोबाइल जब्त किया है.
पुलिस अधीक्षक दुमका ने मुखिया हत्याकांड के खुलासा करते हुए कहा कि मामले का उद्भेदन पुलिस द्वारा 72 घंटे के अंदर किया गया जिसमें घटना के बाद एसडीपीओ जरमुण्डी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया. पुलिस अनुसंधान में आपसी रंजिश के कारण मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्त्या की गई. पुलिस ने जांच के दौरान जब एक आरोपी संतोष यादव को घेरकर पकड़ा गया. जिसके बाद पकड़ाये आरोपी ने हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस को घटना की जनकारी देते हुए हंसडीहा की मुखिया आशा हेम्ब्रम के द्वारा हत्या की साजिश रचने की बात कही. जिसके बाद पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए एक एक कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया वही मामले में 2 आरोपी फरार है.
घटना को अंजाम देने के पीछे यह बात सामने आई कि बड़ेत के मृतक मुखिया सुरेश मुर्मू द्वारा अपने पंचायत क्षेत्र में जाहेर थान के सौंदर्यीकरण और चारदीवारी के निर्माण कार्य में ठेका, पंचायत चुनाव में हंसडीहा की मुखिया आशा हेम्ब्रम की मां तालों मरांडी की पंचायत चुनाव में बड़ेत पंचयात से चुनाव में हार और गांव जलवे में गोतिया से जमीन विवाद में मृतक मुखिया के द्वारा विपक्ष गोतिया की मदद करने और हंसडीहा पंचायत मे मुखिया आशा हेम्ब्रम के समर्थकों को अपनी और मिलाकर विरोध करने के कारण हंसडीहा की मुखिया आशा हेंब्रम का वर्चस्व कम हो रहा था. जिस कारण हंसडीहा के मुखिया ने षड्यंत्र रचते हुए बड़ेत के मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या का साजिश रच डाला.
हंसडीहा के मुखिया के द्वारा अपराधी राहुल कुमार वर्मा और उसके साथियों को 5 लाख रुपया हत्या करने का सुपारी दिया गया. जिसमें 1 लाख रुपया हत्यारा को एडवांस भी दिया गया जिसमें मुखिया आशा हेंब्रम के सहयोगी राहुल कुमार वर्मा के द्वारा हत्यार खरीदने के लिए रुपया दिया गया. जिसके बाद जब 15 अप्रैल की शाम बड़ेत के मुखिया सुरेश मुर्मू अपने घर जा रहे थे उसी दौरान घात लगाए यह अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी जिसमें मुखिया सुरेश मुर्मू को 5 गोली लगी जिससे घटनास्थल पर ही मुखिया की मौत हो गई थी. पुलिस अभी भी पूरे मामले को खंगाल रही है और जांच कर रही है.
इनपुट- सुबीर चटर्जी