मुंगेर: बाढ़ और बारिश से बेबस हुए लोग, जलजमाव से बढ़ा महामारी का खतरा
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मुंगेर: बाढ़ और बारिश से बेबस हुए लोग, जलजमाव से बढ़ा महामारी का खतरा

 बाढ़ का पानी  ग्रामीण इलाकों में जमा होने के कारण डायरिया फैल गया है. कई पुरुष और महिलाएं डायरिया से ग्रस्त हैं. 

बाढ़ के बाद महामारी का खतरा.

प्रशांत, मुंगेर: फिलहाल बिहार (Bihar) चौतरफा समस्याओं से घिरा हुआ है. एक तो बाढ़ और बारिश (Bihar Rain) ने लोगों को बेबस कर दिया. दूसरी तरफ अब बाढ़ (Flood) के पानी से इलाके में महामारी का खतरा बढ़ गया है. दरअसल, मुंगेर में भी प्राकृतिक ने अपना रौद्र रूप दिखाया. जो कुछ भी सामने आया. बाढ़ ने उसे अपना चपेट में ले लिया. पानी जमा हुआ तो प्रशासन की नींद खुली. प्रशासन ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए पानी निकासी के लिए जोर-शोर से अभियान चलाना शुरू कर दिया. लेकिन इन सबके बीच अब प्रशासन के सामने बारिश के बाद महामारी की चुनौती है.

इलाके में महामारी तेजी से फैल रहा है. बाढ़ का पानी  ग्रामीण इलाकों में जमा होने के कारण डायरिया फैल गया है. कई पुरुष और महिलाएं डायरिया से ग्रस्त है. सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हो रही है. हालांकि मेडिकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर शिविर लगाया. लोगों का इलाज शुरू किया.

दरअसल, मुंगेर जिले के 6 प्रखंड के 30 पंचायत के सैकड़ों गांव बाढ़ प्रभावित हैं. इन गावों में अब तक पानी जमा है. गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण कई इलाकों में अब भी पानी जमा हैं. जिस वजह से तेजी से महामारी फैल रही है. जमालपुर प्रखंड के विजय नगर गांव  में जलजमाव के कारण इन गावों में महमारी फैल गयी है. गंदा पानी और दुर्गंध के कारण डायरिया बीमारी ने  30 से 40 मरीज को अपने चपेट में ले लिया.

ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में कई दिनों से बाढ़ का पानी जमा है. जिस वजह से कई ग्रामीण महिला, बच्चें और पुरुष डायरिया की चपेट में आ गए. स्वास्थ विभाग ने कोई सुविधा उपल्बध नहीं कराई है. जिस वजह से हमें पास के अस्पताल जाना पड़ रहा है. ढंग से बिलीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं होने के कारण ये स्थिति पैदा हो गई है. दूसरी तरफ सिविल सृजन परुषोतम कुमार का कहना है कि विजय नगर में डायरिया फैलने की सूचना मिली है. घटनास्थल पर एम्बुलेंस के साथ सारी जीवन रक्षक दवाओं के साथ डॉक्टर की एक टीम को भेजा गया है.