इस बार निगम का बजट (Budget) संभावित नहीं बल्कि वास्तविक बजट होगा. पिछले दो सालों में बजट का जो प्रारूप था वो संभावित था लेकिन हम इस बार वैसा ही बजट रखने जा रहे हैं जिसके पैसे हमें राज्य सरकार से मिल सके.
Trending Photos
Patna: बिहार की राजधानी में पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) की एक अहम बैठक 17 फरवरी को होने जा रही है जिसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट को पेश किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, इस बार बजट का आकार पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी कम होगा. राजधानी में अगले साल नगर निकाय के चुनाव होने हैं लिहाजा बजट में कटौती से नई योजनाओं की शुरुआत पर ब्रेक लग सकता है.
पटना न सिर्फ बिहार का सबसे बड़ा शहर है बल्कि ये बिहार का आईना भी है. इसको सजाने और संवारने की जिम्मेदारी पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) की होती है. पिछले कुछ सालों में राजधानी की सूरत बदली है और ऐसा निगम और बिहार सरकार की मदद से संभव हो सका है, लेकिन संभव है कि इस बार पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam)की तरफ से शुरू की जाने वाली योजनाओं पर ग्रहण लग सकता है.
यह भी पढ़ें:- Patna Nagar Nigam की बजट में हुई तीन गुना कटौती, शहर में योजनाओं पर होगा आधा-अधूरा काम
कारण पिछले दो वित्तीय वर्ष की तुलना में इस बार पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam)के बजट में तीन गुना कटौती की गई है.कटौती क्यों की गई है. इसके पीछे निगम के अपने दावे हो सकते हैं, लेकिन पैसे में कटौती से पार्षदों को नुकसान जरूर उठाना पड़ सकता है.क्योंकि अगले साल पटना में नगर निगम के चुनाव भी हैं.
इस बार निगम का बजट (Budget) संभावित नहीं बल्कि वास्तविक बजट होगा. पिछले दो सालों में बजट का जो प्रारूप था वो संभावित था लेकिन हम इस बार वैसा ही बजट रखने जा रहे हैं जिसके पैसे हमें राज्य सरकार से मिल सके.
यह भी पढ़ें:- Patna में घर खरीदना होगा महंगा, 'होल्डिंग टैक्स' में बढ़ोतरी का प्रस्ताव
दरअसल राजधानी पटना का चयन पटना स्मार्ट सिटी (Patna Smart City) को विकसीत करने के तौर पर भी हुआ है. लिहाजा पटना को डेवलप करने के लिए केन्द्र सरकार से भी पैसे मिल रहे हैं. बढ़ती जनसंख्या, आधारभूत संरचना पर खर्च के पैसे जुटाने के लिए नगर निगम ने साल 2019 और साल 2020 में बजट का आकार काफी बढ़ा दिया था. वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट का आकार जहां 4 हजार करोड़ रुपए से अधिक का था.
वहीं 2020-21 में भी 3500 करोड़ का बजट पेश किया गया था, लेकिन कोरोना, लॉकडाउन की वजह से इस बार बजट में कटौती की जा रही है. कोशिश की गई है कि उतने ही पैसे का बजट रखा जाए जितने पैसे उसे राज्य सरकार और दूसरी एजेंसियों से मिल सके. नगर निगम को नगर विकास विभाग और अलग-अलग राज्य वित्त आयोग से पैसे मिलते हैं.
यह भी पढ़ें:- बिहार चुनाव में CM ने किया था एशिया के सबसे बड़े मेगा स्क्रीन का वादा, अब तक नहीं हुआ पूरा
जानकारी के मुताबिक, इस बार निगम सिर्फ 100 करोड़ के मुनाफे वाले बजट पेश करने जा रहा है. पटना नगर निगम के आयुक्त हिमांशु शर्मा के मुताबिक,दो हजार करोड़ का बजट पेश किया जाएगा. साल 2021-22 के खर्च के लिए दूसरे स्रोत से पैसे जुटाए जाएंगे. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, इस बार दो हजार करोड़ के बजट की बात तो दूर सिर्फ 1300 करोड़ का बजट ही पेश होगा. अगर ऐसा होगा तो निगम की फ्लैगशीप योजनाओं (Flagship Schemes)पर ब्रेक लग सकता है.
पटना नगर निगम के अधिकारी हिमांशु शर्मा ने कहा कि इस बार दो हजार करोड़ का ही बजट हमारा है. हमारा फोकस है कि,हम उतने का ही बजट पेश करें जितना कि पैसे हमें राज्य सरकार से मिल सके.
बिहार में पटना के साथ दूसरे शहरों की भी सूरत बदली-बदली लग रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य सरकार इसमें एक्टिव हुई है, लेकिन थोड़ा है. थोड़े की जरूरत है. अब ये नीति निगम पर भी लागू की जा रही है.