Ramgarh Samachar: कोरोना काल को झेलने वाले आम व्यक्ति भी अब ऑक्सीजन की महत्ता को समझ गए हैं. शायद यही वजह है कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आम लोगों ने भी पूरे जिले में अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ों को लगाया.
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Ramgarh: विश्व पर्यावरण दिवस पर रामगढ़ में एक तरफ खास एवं आम लोगों ने पेड़ लगाया तो दूसरी तरफ महिलाओं ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें बचाने का संकल्प लिया. इस मौके पर रामगढ़ चेंबर के अध्यक्ष ने बताया कि आज पर्यावरण पर ध्यान नहीं देने के कारण ही हम लोग कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को झेल रहे हैं.
रामगढ़ अंचल अधिकारी ने खुद पेड़ लगाकर दूसरे को भी पेड़ लगाने के प्रति जागरूक किया, इस मौके पर उन्होंने बताया कि 'मैं यह संदेश देना चाहूंगा कि हमें अधिक से अधिक पेड़ों को लगाते हुए साफ सफाई का भी ध्यान रखना है, विशेष करके इस कोरोना काल में सभी लोगों ने इस बात को महसूस किया है कि ऑक्सीजन की महत्ता हमारे जीवन में कितनी जरूरी है, यह पेड़ हमारे पर्यावरण को शुद्ध करता है और हमें अधिक से अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध कराता है.'
इस कोरोना काल को झेलने वाले आम व्यक्ति भी अब ऑक्सीजन की महत्ता को समझ गए हैं. शायद यही वजह है कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आम लोगों ने भी पूरे जिले में अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ों को लगाया. इस मौके पर पेड़ लगाने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि 'कोरोना काल में हम लोगों ने पेड़ लगाकर लोगों को यह संदेश दिया कि सभी लोग अपने घरों में पेड़ जरूर लगाएं और उसे सुरक्षित भी रखें ताकि यह पेड़ हमे ऑक्सीजन दे सके क्योंकि कोरोना काल ने हमें पेड़ों की कीमत से एहसास कराया है.'
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पर्यावरण बचाने के प्रति अग्रसर रहने वाली मुर्रामकला की एक समाजसेवी अर्चना महतो ने बताया कि 'कोरोना काल में हम लोगों ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधा और यह संकल्प लिया कि हम इन पेड़ों की रक्षा जरूर करेंगे ताकि हमारे क्षेत्र में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ा रहे और लोग इस वैश्विक संक्रमण से मुक्ति पा सके.'
रामगढ़ स्थित मुर्रामकला का जंगल पूरे एशिया में अपना एक अलग महत्व रखता है, इसलिए रामगढ़ के ग्रामीण प्रबुद्ध लोगों ने जंगल में जाकर पेड़ों को राखी बांधते हुए संकल्प लिया कि हम इन पेड़ों की रक्षा जरूर करेंगे ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अभी के जैसे किसी वैश्विक संक्रमण का शिकार न बन सके.