जमुई: बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सह प्रभारी रत्नेश सदा शनिवार को जमुई में 20 सूत्री की बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जिले के सभी पदाधिकारियों को सही ढंग से कार्य करने का निर्देश दिया और पदाधिकारियों को आम जनता के फोन को रिसीव करने को लेकर भी कड़े लहजे में आदेश दिया है. वहीं मीडिया से बात करते हुए मद्य निषेध विभाग के मंत्री रत्नेश सादा ने वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश साहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या को लेकर बड़ी बात कही है.


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उन्होंने कहा कि उनके घर से शराब का पाउच मिलने के बाद मुझे संदेह है कि घटना के पहले अपराधियों ने शराब का सेवन किया है. उसके बाद घटना का अंजाम दिया है. मद्य निषेध मंत्री के इस बयान से साफ जाहिर होता है कि मंत्री जी को भी पता है कि बिहार में शराब मिलता है और लोग इसे पीकर बड़ी-बड़ी घटना का अंजाम दे रहे हैं. बता दें कि पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को जीतन सहनी के घर फिर से जांच की थी. इस दौरान पुलिस को उनके घर से देशी शराब के 38 खाली पाउच मिले थे.


वहीं शिक्षा विभाग में बाउंड्री वॉल,भवन रिपेयरिंग बोरिंग सहित किए गए कार्य को लेकर मद्य निषेध मंत्री सह प्रभारी मंत्री ने जिला पदाधिकारी को जांच करने के आदेश दिए हैं. जांच के बाद जो भी पदाधिकारी के खिलाफ अनियमितता पाई जाएगी उनके ऊपर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं इंडिया गठबंधन के द्वारा लॉ इन ऑर्डर के सवाल पर धरना प्रदर्शन करने को लेकर मंत्री रत्नेश सादा ने कहा विरोध करने वाले को पहले अपना गिरेबान झांक लेना चाहिए. जिनके घर खुद शीशे के होते हैं वह दूसरे के घर पर पत्थर नहीं फेंकते? एनडीए की सरकार में क्राइम करने वाले के ऊपर कारवाई होती है ना कि उनके सरकार की तरह मुख्यमंत्री आवास से फिरौती वसूली जाती है.


इनपुट- अभिषेक निरला


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