बस मालिकों को लम्बी दूरी तक बस चलाने के लिए परमिट नहीं, परेशान हो रहे चाईबासा के लोग
काफी सालों बाद चाईबासा बस स्टैंड से यूपी के बनारस जाने के लिए मनिला रग्बी बस रवाना हो रही है. बिहार होते हुए बनारस जाने वाले बस की मांग यहाँ के लोग काफी समय से कर रहे थे. अब जाकर लोगों की यह मांग पूरी होती हुई नजर आ रही है. चाईबासा से बस स्टैंड से बड़ी संख्या में बसों का परिचालन होता है.
चाईबासाः पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा सिर्फ जिला ही नहीं बल्कि कोल्हान प्रमंडल मुख्यालय भी है, लेकिन इस चाईबासा मुख्यालय में बस सेवा की बात करें तो स्थिति बहुत खराब है. यहां से लम्बी दूरी की बसें बहुत कम चलती हैं. खासकर इंटर स्टेट बस सेवा यहां बहुत कम है. ट्रांसपोर्टर बस मालिक इंटर स्टेट बस चलाना चाहते हैं लेकिन चाईबासा सड़क परिवहन विभाग उन्हें अनुमति नहीं दे रहा.
चाईबासा बस अड्डे से बनारस के लिए बस रवाना
काफी सालों बाद चाईबासा बस स्टैंड से यूपी के बनारस जाने के लिए मनिला रग्बी बस रवाना हो रही है. बिहार होते हुए बनारस जाने वाले बस की मांग यहाँ के लोग काफी समय से कर रहे थे. अब जाकर लोगों की यह मांग पूरी होती हुई नजर आ रही है. चाईबासा से बस स्टैंड से बड़ी संख्या में बसों का परिचालन होता है. लेकिन इंटर स्टेट बसों की बात करें तो उनकी संख्या उतनी नहीं है जितना यात्रियों की मांग है. ट्रेनों में इन दिनों भीड़ बहुत है. ट्रेनों की कमी के कारण, कन्फर्म टिकट मिलना भी मुश्किल हो गया है. जिनको जाना जरूरी है उनके लिए बस सेवा बहुत कारगर साबित होती है. ऐसे में अगर बसों की संख्या यहां बढ़ा दी जाए तो यात्रियों को इससे भारी राहत होगी. वहीं सरकार को भी राजस्व प्राप्त होगा और ट्रांसपोर्ट कम्पनी भी फायदे में रहेंगे रोजगार का भी सृजन होगा. चाईबासा बस ऑनर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मो. बारीक़ ने जिला प्रशासन से ज्यादा से ज्यादा बसों को चलाने के लिए परमिट देने की मांग की है.
परिवहन का मजबूत होना जरूरी
फिलहाल चाईबासा से चलने वाली बसें पटना, भुवनेश्वर, कोलकाता तक जा रही हैं, लेकिन इन बसों की संख्या बहुत कम है. मधुपुर, सिवान, मुजफ्फरपुर, सिलीगुड़ी, बाँकुड़ा तक बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा तक सीमावर्ती राज्यों के विभिन्न जिलों तक बसों के ज्यादा संख्या में चलाने की मांग हाल के दिनों में काफी बढ़ी है. बस ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़े लोगों को मलाल है की वे प्रशासन द्वारा परमिट नहीं मिलने के कारण यात्रियों के मांग के अनुरूप बसों का परिचालन नहीं कर पा रहे हैं.
किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए उस क्षेत्र के परिवहन का भी मजबूत होना बेहद जरूरी है. अगर क्षेत्र में परिवहन की दिक्कतें हैं तो वहां व्यापार, पर्यटन से लेकर हर चीजों की दिक्कतें देखने को मिलेंगी. यही वजह है की चाईबासा प्रमंडल मुख्यालय होने के बाद भी आज भी यहाँ का विकास थमा हुआ है. चाईबासा के विकास के लिए परिवहन के हर रास्ते खोलने होंगे.
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