देवघर : झारखंड की धार्मिक नगरी देवघर में 13 जुलाई से अंतर्राष्ट्रीय श्रावणी मेला 2022 का शुभारंभ हो गया. आज कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद डॉ. निशिकांत दुबे उपस्थित में झारखंड बॉडर दुम्मा में राजकीय श्रावणी मेले का उद्घाटन हुआ. इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की गई. निशिकांत दुबे ने इस दौरान पूजा-अर्चना की. इसके बाद मंत्री और सांसद ने झारखंड के बॉर्डर दुम्मा मुख्य गेट पर फीता काटकर मेले का उद‌्घाटन किया. मेले के उद्घाटन के साथ ही अब कांवड़िया पथ का शुभारंभ भी हो गया है.


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कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा
इस मौके पर सम्मानित अतिथियों ने कहा कि मनोकामना ज्योर्तिलिंग पर जलाभिषेक मात्र से मनोकामना पूरी हो जाती है. कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. मेले में तैनात अफसर और जवान इसका विशेष ख्याल रखें कि मेले में आने वाले कांवड़ियों की शिकायत तुरंत दूर हो. परेशानी में फंसे कांवड़ियों को तुरंत सहायता प्रदान की जाए. मेले के दौरान अगले एक माह तक स्वच्छता का विशेष ख्याल रखा जाए. कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार और प्रशासन हर तरह से प्रयास कर रही है कि कांवड़ियों को कई गुना बेहतर सुविधा मिल सके, राज्य सरकार तमाम काम कर रही है जिससे बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ धाम विदेशों तक प्रचलित हो सके. उन्होंने आगे कहा कि सांसद निशिकांत दूबे की भी बात मैं मुख्यमंत्री तक रखूंगा और हम सबको मिलकर बाबा बैद्यनाथ धाम में आए कांवड़ियों के लिए विशेष कदम उठाने होंगे.


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गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे भी रहे मौजूद 
इस मौके पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को सफल बनाने के लिए आप लोगों का विशेष धन्यवाद. जिला प्रशासन को विशेष धन्यवाद. इस मेले में मैं राजनीति नहीं करता. जब से सांसद बना हूं. मैं सिर्फ मेले में सेवा करता हूं. अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए. राज्य सरकार और जिला प्रशासन को व्यवस्था बेहतरीन करनी चाहिए. ढाई साल मेला नहीं लगा, व्यवस्था में सुधार करने का समय था. मगर व्यवस्था में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ. इससे यह नहीं लगता है कि हमलोग मेले को लेकर गंभीर हैं. हमने आपने किसी ने सोचा है कि देवघर में पर्यटक कैसे आएंगे? मुख्यमंत्री को श्राइन बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का एक मात्र उद्देश्य है कि व्यवस्था को तुरंत बहाल किया जा सके. हमको आपको इसके बारे में सोचना होगा.


उपायुक्त ने बताया कैसी है तैयारी 
इस मौके पर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया श्रावणी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है. संभावित श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर से लेकर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है. ताकि किसी श्रद्धालु को परेशानी नहीं हो. कांवड़िया रूटलाइन में स्टैंड नलकूप लगाने और कांवड़िया पथ में बालू चलने का काम पूरा हो चुका है. देवघर-बासुकीनाथ मार्ग में भी सड़क की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है. सरकार की गाइड लाइन है कि पूरे सावन महीने मंदिर परिसर में किसी तरह के वीआईपी मूवमेंट पर रोक लगाई जाए. आम लोगों की तरह सभी को जलाभिषेक करने की सुविधा मिलेगी, वहीं बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर प्रांगण में विशेष रुप से तैयारी की जा रही है. 


सुरक्षा के किए गए हैं पुख्ता इंतजाम 
वहीं देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि मेला में लगभग 18000 पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारियों की भी ड्यूटी लगाया गया है. विशेष रूप से मेला के लिए रैफ की कंपनी, महिला सीआरपीएफ की कंपनी के साथ साथ एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड, बम डिस्पोजल टीम, डॉग स्क्वॉयड की सेवा ली गई है. मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए सभी प्रवेश द्वार पर डीएफएमडी और एचएचएमडी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई, एसपी ने कांवड़ियों से शॉर्टकट रास्ता से मंदिर में प्रवेश ना करने की अपील की है.