झारखंड के किसानों पर पड़ रही मौसम की मार, बारिश के बिना सूख रही फसलें
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झारखंड के किसानों पर पड़ रही मौसम की मार, बारिश के बिना सूख रही फसलें

रांची के किसानों को बारिश को लेकर चिंता बनी हुई है क्योंकि आसमान में बादल तो छा रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं. 

झारखंड के किसानों पर पड़ रही मौसम की मार, बारिश के बिना सूख रही फसलें

रांची: राजधानी रांची के साथ-साथ झारखंड के विभिन्न इलाकों में तपती धूप, गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं. वहीं, दूसरी तरफ किसानों की बात की जाए तो किसानों को भी मॉनसून की बारिश का बेसब्री से इंतजार है. देश के साथ-साथ झारखंड में भी खरीफ फसलों जैसे धान, मक्का, सोयाबीन, अरहर की खेती मानसून पर निर्भर है. जिसके तहत किसान मानसून की बारिश के साथ ही अपने खेत पर खेती करते हैं.

देश के कई राज्यों के साथ-साथ झारखंड के भी किसान जिनका जीवन यापन कृषि पर आधारित है. वह भी आसमान की तरफ देख रहे हैं, आखिर झारखंड में मानसून कब दस्तक देगी. राजधानी रांची के किसानों को बारिश को लेकर चिंता बनी हुई है क्योंकि आसमान में बादल तो छा रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं. इन्हें इंतजार है मानसून की बारिश का ताकि धान की बुवाई की जा सके. अभी फिलहाल खेतों में सब्जियां उगाई जा रही है जो पानी के बिना सूख रहे हैं.

वहीं, दूसरी तरफ मौसम विभाग की माने तो इस वर्ष मानसून 15 से 20 तारीख के बीच में झारखंड में प्रवेश कर रहा है. इस वर्ष सामान्य बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है जो कि किसानों के लिए लाभकारी होगा. 

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, जून 2022 के दौरान तलहटी वाले जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी के पूवार्नुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है, जबकि अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है.

बता दें कि, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कुछ इलाकों में लू की स्थिति से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस क्षेत्र में 16 और 17 जून को बारिश की भविष्यवाणी की थी. 

इनपुट: मनीष मिश्रा 

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