Jharkhand: स्कूल के बाद आंगनबाड़ी केंद्र में ली जाएगी, कक्षा 3 तक के बच्चों की स्पेशल क्लास
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Jharkhand: स्कूल के बाद आंगनबाड़ी केंद्र में ली जाएगी, कक्षा 3 तक के बच्चों की स्पेशल क्लास

कोरोना महामारी के वजह से राज्य के स्कूल दो साल तक बंद रहे है. जिसके वजह से पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन तक के 15 लाख बच्चों के लिए सरकार अतिरिक्त कक्षा संचालन करेगी

(प्रतीकात्मक फोटो)

रांची: कोरोना महामारी के वजह से राज्य के स्कूल दो साल तक बंद रहे है. जिसके वजह से पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन तक के 15 लाख बच्चों के लिए सरकार अतिरिक्त कक्षा संचालन करेगी. बच्चों को स्कूल के अलावा दो घंटे अलग से आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ाया जायेगा. वहीं की आंगनबाड़ी सेविकाएं वहां के बच्चों को पढ़ायेंगी. इस निर्णय को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को अधिकारियों की बैठक में लिया गया है.

दरअसल, झारखंड सरकार कक्षा तीन तक के 15 लाख बच्चों के लिए स्पेशल कक्षाएं संचालित करेंगी. इसकी जिम्मेदारी आंगनबाड़ी सेविकाओं को दिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार उन्हें हर माह मानदेय का भी प्रावधान कर रही है. 

स्कूल के बाद आंगनबाड़ी में होगी पढ़ाई
वहीं राज्य में 35 हजार स्कूलों को एक-एक आंगनबाड़ी से जोड़ा जायेगा. स्कूल के बाद बच्चे दो घंटे आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई करेंगे. कक्षा संचालन का समय तीन से पांच बजे तक का हो सकता है. समय निर्धारण को लेकर अंतिम निर्णय स्थानीय स्तर पर लिया जाएगा. कक्षा संचालन को लेकर आंगनबाड़ी सेविका को अलग से प्रशिक्षण दिया जायेगा. राज्य में लगभग 38 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं. कक्षा संचालन के लिए जगह निर्धारण पर भी अंतिम निर्णय स्थानीय स्तर पर ही लिया जा सकता है. जिस आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के बैठने की पर्याप्त सुविधा नहीं होगी, वहां स्कूल में भी कक्षा संचालन हो सकता है.

गर्मियों की छुट्टी में हो सकती है पढ़ाई शुरू 
महिला एवं बाल विकास के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने बताया, कि राज्य सरकार की तरफ से व्यवस्था की जा रही है. जिन बच्चों की पढ़ाई कोरोना काल में प्रभावित हुई है. उनका विकास बेहतर नहीं हो पाया है. उन बच्चों के लिए सरकार एक खास प्रयास करने जा रही है. आंगनबाड़ी केंद्र पर सेविका या कुछ रिटायर्ड शिक्षक, वर्तमान शिक्षक या 10वीं पास आगनबाड़ी में पहली, दूसरी और तीसरी क्लास के बच्चों को पढ़ा सकते हैं. जिससे जो उनकी पढ़ाई का नुकसान हुआ है. वो पूरा हो जाएगा और साथ ही आगे की पढ़ाई में इन बच्चों को आसानी होगी. इसके लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाएगा जो ब्लॉक में जा कर सेविकाओं को तैयार करेंगे, फिर ये पढ़ाई शुरू होगी. संभावना जताई जा रही है कि गर्मी की छुट्टी में ये संभव हो पाएगा.

सरकार के इस फैसले पर आंगनबाड़ी सेविका पूनम तिर्की बताती हैं कि सरकार का ये फैसला अच्छा है. इससे बच्चों का बेहतर विकास होगा और तेजी से इनका विकास होगा. साथ ही सरकार की इस योजना से परिवार के लोगों पर शुरुआती दौर में बहुत ज्यादा पढ़ाई का बोझ नहीं आयेगा.

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