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Latehar: झारखंड के लातेहार में उत्तर कोयल परियोजना (मंडल डैम) का भारत सरकार (Indian government) के जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) के अधिकारियों ने निरीक्षण किया. केंद्रीय टीम का नेतृत्व विभाग की संयुक्त सचिव देवा श्री मुखर्जी ने किया. उनके साथ सीडब्ल्यूसी के खुशवेंद्र बोहरा, आयुक्त अतुल जैन, विनीत गुप्ता आदि शामिल थे. विदित हो कि मंडल डैम में निर्माण शुरू कराने और मुआवजे जैसी प्रकिया को जल्द जल्द से पूरा कराने को लेकर पिछले दिनों चतरा के सांसद सुनील सिंह ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी.
1975 में शुरू हुआ था निर्माण
बता दें कि भारत सरकार के प्रयास से 1975 में लातेहार जिले में मंडल डैम (Mandal Dam) का निर्माण किया गया था. शुरुआती दौर में यहां सब ठीक-ठाक चला रहा था, लेकिन 1991 में आसपास के क्षेत्र पर नक्सलियों की नजर लग गई और वरिष्ठ इंजीनियर बैजनाथ मिश्रा की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद तो इस योजना पर ग्रहण ही लग गया, इसकी वजह से मंडल डैम का निर्माण कार्य बीच में ही रुक गया था. इसके बाद नक्सलियों की शह पर अपराधियों ने इस डैम में लगी बेशकीमती मशीनों की चोरी शुरू कर दी, लेकिन अब केंद्रीय टीम के दौरे के बाद स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है.
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तीन प्रदेशों के किसानों को मिलेगा फायदा
वहीं, भारत सरकार के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद अब मंडल डैम का जीर्णोद्धार हो सकेगा. इससे स्थानीय लोगों को भारी राहत मिलेगी. मंडल डैम के बनने से झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के किसानों को फायदा होगा और इनकी हालत भी सुधरेगी.
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सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
डैम का जायजा ले रहे अधिकारियों का कहना था कि सरकार के निर्देश पर डैम की वर्तमान स्थिती का जायजा लिया गया है.उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी. बता दें कि इस डैम का निर्माण हो जाने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और किसानों को राहत मिलेगी. वहीं, सरकार की इस कवायद से इस क्षेत्र में ना केवल नक्सलियों का खात्मा होगा बल्कि लोगों की जिंदगी भी बदलेगी.
(इनपुट-संजीव गिरी)