Deoghar Ropeway: देवघर में रोपवे हादसा होने के बाद सियासी तापामन बढ़ गया है. पूरी झारखंड सरकार इस एक हादसे से निशाने पर आ गई है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि रोपवे हादसे में 22 घंटे बाद भी लोग ऊंचाई पर लटके हुए हैं. इस हादसे को लेकर बयानबाजियां भी शुरू हो गई हैं.
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देवघर: Deoghar Ropeway: देवघर में रोपवे हादसा होने के बाद सियासी तापामन बढ़ गया है. पूरी झारखंड सरकार इस एक हादसे से निशाने पर आ गई है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि रोपवे हादसे में 22 घंटे बाद भी लोग ऊंचाई पर लटके हुए हैं. इस हादसे को लेकर बयानबाजियां भी शुरू हो गई हैं.
सीएम सोरेन ने जताया दुख
वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर त्रिकूट पहाड़ पर हुए इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ और बचाव दल की ओर से लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. इसमें विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है. उन्होंने कहा इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है. राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार की ओर से लगातार निर्देश भी दिए जा रहे हैं.
मामले की होगी जांच: आपदा प्रबंधन मंत्री
राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता (Health and Disaster Management Minister of Jharkhand) ने भी गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की बात भी कही. उन्होंने कहा कि देवघर रोपवे हादसा कैसे और किसकी लापरवाही से हुआ है, इसकी विस्तृत और उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कंपनी होगी ब्लैक लिस्ट
इस मामले पर मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की जांच कराएंगे. साथ ही कहा कि पहाड़ से नीचे उतरने के लिए एक वैकल्पिक सड़क बनाई जाएगी. इसका सर्वे करने को कह दिया गया है. मंत्री ने कहा कि घटना दुखद है. आखिर संचालन में तकनीकी खराबी कैसे आई, इसकी पूरी जांच होगी. रोपवे का संचालन करने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. रोपवे की मरम्मत के बाद दोबारा इसके संचालन के लिए निविदा निकाली जाएगी.