असल में ऑपरेशन के बाद मरीजों को बेड (Bed) मिलने चाहिए थे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हुए उन्हें जमीन पर ही लिटा दिया. इतना ही नहीं, मरीजों को हाड़ कंपाती इस ठंड में भी कंबल और चादर तक नहीं मिला.
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Koderma: कोडरमा में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है. जहां नसबंदी ऑपरेशन (Sterilization Operation) के बाद महिला मरीजों को जमीन पर ही लिटा दिया गया. जबकि नसबंदी ऑपरेशन के बाद मरीजों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इसके बावजूद कोडरमा में ये जानलेवा लापरवाही की गई. मामला कोडरमा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) का है.
मरीजों को नहीं मिला बेड
असल में ऑपरेशन के बाद मरीजों को बेड (Bed) मिलने चाहिए थे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हुए उन्हें जमीन पर ही लिटा दिया. इतना ही नहीं, मरीजों को हाड़ कंपाती इस ठंड में भी कंबल और चादर तक नहीं मिला. इन सबके पीछे अस्पताल प्रबंधन (Hospital Management) संसाधनों की कमी का रोना रो रहा है.
वसूले गए पैसे
वैसे सरकार परिवार नियोजन को लेकर मुफ्त में इलाज (Free Treatment) मुहैया कराती है, लेकिन कोडरमा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के परिजनों से पैसे भी वसूले गए. इस बात को लेकर मरीजों के परिजनों में नाराजगी है.
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टारगेट पूरा करने का दिया हवाला
जब इस बाबत स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल से जानकारी ली गई तो उन्होंने टारगेट पूरा करने की बात कही. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का कहना था कि भले ही सुविधा ना हों, लेकिन हमें तो ऑपरेशन करना ही करना है. वहीं मरीज के परिजनों से पैसे लेने की बात पर उनका कहना था कि जिस स्वास्थ्यकर्मी ने पैसा लिया है उसका नाम बताएं.
ऑपरेशन के लिए घंटों करना पड़ता है इंतजार
हालात ये हैं कि कोडरमा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसी अव्यवस्था के बीच मरीजों को ऑपरेशन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. कुल मिलाकर कोडरमा में स्वास्थ्य विभाग नसबंदी ऑपरेशन का टारगेट पूरा करने में जुटा हुआ है. वहीं भोले-भाले ग्रामीण जान हथेली पर रखकर अपना ऑपरेशन करवाने पर मजबूर हैं.
(इनपुट-गजेंद्र)